अवध क्षेत्र में बाढ़ ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। बुधवार को बहराइच, श्रावस्ती और बाराबंकी में बुरा हाल रहा। गांवों में पानी भरने से लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे हैं। संपर्क मार्गों में पानी भर गया है।श्रावस्ती के दुबकला में बुधवार सुबह मिट्टी की दीवार के नीचे दबकर दिवांश (8) की मौत हो गई। यहीं के ग्राम पंचायत नासिरगंज में मोहम्मद शमी (5) व मारुफ (7) की तालाब में डूबने से मौत हो गई। अमेठी के ककवा गांव में मंगलवार रात कच्चे मकान की दीवार गिरने से हरिकेश वर्मा के तीन वर्षीय बेटे युग ने दम तोड़ दिया।
सीतापुर के नैमिषारण्य में गोमती उफान पर है। राजघाट व दशाश्वमेध घाट डूब गए हैं। शारदा और सरयू भी उफान पर हैं। 25 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। श्रावस्ती में राप्ती नदी ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। जमुनहा तहसील क्षेत्र के छह गांवों में पानी भर गया है।बलरामपुर में राप्ती नदी का जलस्तर बुधवार को चेतावनी बिंदु को पार कर 104.010 मीटर तक पहुंच गया। इससे 110 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गोंडा में सरयू नदी खतरे के निशान से 43 सेंटीमीटर ऊपर 106.500 पर पहुंच गई है। बहराइच में सरयू एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 40 सेमी पर है। 33 गांवों में पानी घुस गया है।