सरोवरनगरी में पर्यटकों की आमद साल दर साल बढ़ती जा रही है, जो पर्यटन कारोबारियों और सरकार के लिए तो शुभ संकेत है, लेकिन स्थानीय पुलिस-प्रशासन के लिए वाहनों के दबाव को नियंत्रित करना और यातायात सुव्यवस्थित रखने चुनौती बन गया है। भौगोलिक परिवेश के चलते जगह के अभाव में जिला प्रशासन के पास फिलहाल बड़ी पार्किंग की कोई योजना नहीं है। ऐसे में छोटी पार्किंग बनाने की दिशा में ही कवायद चल रही है लेकिन ये प्रस्ताव भी फाइलों से बाहर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में यहां आने वाले सैलानियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तो स्थानीय लोग भी जाम से परेशान हैं।
नैनीताल में डीएसए के सबसे बड़े पार्किंग स्थल का बड़ा हिस्सा कम हुआ है। एक हजार वाहन वाला पार्किंग स्थल दो सौ वाहनों की क्षमता पर सिमट गया है। इस कमी का विकल्प प्रशासन उपलब्ध नहीं करा पाया, जिससे जहां-तहां अनधिकृत पार्किंग होने और प्रशासन की ओर से बनाए गए रूट प्लान पर अमल न होने से जाम लगना आम हो गया है। रूसी बाईपास पर सड़क किनारे पार्किंग कराए जाने और वहां से शटल सेवा से यात्री नैनीताल भेजने से कुछ हद तक व्यवस्था संभाली जा सकी है। बता दें कि दो साल पहले तत्कालीन मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने प्रशासन को पार्किंग के संबंध में निर्देश दिए थे। कहा था कि शहर से बाहर टनल व मैकेनिकल पार्किंग की तलाश की जाए। इसके तहत जिला प्रशासन स्थान तलाश रहा है।
ये पार्किंग स्थल अब तक नहीं बने
नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर 41.65 करोड़ रुपये से ऑटोमेटिक रोटरी कार पार्किंग का प्रस्ताव अभी फाइलों तक ही सीमित है। इसमें 194 चारपहिया और 96 दोपहिया वाहनों को खड़ा करने की योजना है। यह मल्टी स्टोरी पार्किंग होगी जिसमें हर मंजिल पर कई वाहनों को खड़ा किया जा सकता है। मल्लीताल मेट्रोपोल में 134 आवास को ध्वस्त कर समतल की गई भूमि पर भी पार्किंग बननी है, लेकिन यहां भी अभी काम शुरू नहीं हुआ है। फिलहाल इस खाली भू-भाग पर पार्किंग से आंशिक राहत अवश्य मिली है।
छावनी परिक्षेत्र के पिगरी में प्रस्तावित 300 से 400 वाहनों की पार्किंग का मामला सात-आठ साल से चर्चा में रहा, लेकिन रक्षा मंत्रालय की अनुमति न मिलने से यह भी लंबित है। इसके लिए कई दौर का निरीक्षण भी हो चुका है। जिसमें जिला प्रशासन से शासन तक के प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी निरीक्षण कर चुके हैं। इस बार नारायण नगर में पार्किंग बनाई गई हैं, इस पार्किंग को विस्तार करने की योजना है। इसके साथ ही अन्य पार्किंग स्थल तलाशे जा रहे हैं, ताकि नैनीताल शहर में पार्किंग की समस्या न हो। – अतुल भंडारी, जिला पर्यटन अधिकारी नैनीताल
नैनीताल में पार्किंग समस्या के मद्देनजर मेट्रोपोल में मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव को स्वीकृति मिलते ही पार्किंग का निर्माण कराया जाएगा। – प्रमोद कुमार, एसडीएम, नैनीताल