लंबगांव (टिहरी)। आठ साल से निर्माणाधीन आठ किमी खंबाखाल-सिलाडा सड़क निर्माण पूरा नहीं होने पर सिलोडा गांव के लोगों ने कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। शासन-प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए बंद पड़ा निर्माण शुरू न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। एसडीएम आशिमा गोयल ने सिलोडा गांव पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता कर जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है, लेकिन ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग पर अड़े रहे।
सिलोडा गांव को सड़क से जोड़ने के लिए 2017 में 50 लाख की लागत से आठ किमी सड़क को मंजूरी मिली। इन आठ सालों में लोनिवि खंबाखाल से मुखमाल गांव तक सिर्फ तीन किमी सड़क निर्माण ही कर पाया है। शेष पांच किमी सड़क का निर्माण अधर में लटका हुआ है। आधी-अधूरी सड़क का सिलोडा गांव में निवासरत लगभग 150 परिवारों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
मुखमाल गांव से सिलोडा गांव तक पहुंचने के लिए तीन किमी की खड़ी चढ़ाई नापनी पड़ रही है। सड़क निर्माण शुरू नहीं होने पर सिलोडा गांव के लोगा ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। बीते दिन एसडीएम सिलोडा गांव पहुंची। ग्राम प्रधान प्रमिला देवी की अध्यक्षता में बैठक हुई। गांव के लोगों ने कहा कि सड़क के अभाव में उनके के सामने सबसे बड़ी समस्या रसोई गैस सिलिंडर, बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिला को सड़क तक पहुंचाने की बनी रहती है।
2022 विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जल्द सड़क निर्माण शुरू किया जाएगा। सड़क निर्माण पूरा करने के लिए वे शासन-प्रशासन से लगातार गुहार लगाते आ रहे हैं। इस मौके पर बलवीर सिंह राणा, राय सिंह, कल्याण सिंह, प्रेम सिंह, शूरवीर सिंह, बद्री सिंह, जोत सिंह, रतन सिंह आदि उपस्थित रहे
वन अधिनियम के कारण खंबाखाल-सिलोडा सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। सड़क निर्माण के लिए केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने पूर्व में जो आपत्तियां लगाई थी उनका निस्तारण कर दोबारा प्रस्ताव भेजा गया है। सरकार ने अनापत्ति मिलने पर ही निर्माण शुरू किया जाएगा। गांव के लोगों से वार्ता कर समस्या समाधान किया जाएगा। –योगेश कुमार, ईई, लोनिवि प्रांतीय खंड बौराड़ी







