वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा की आग में झुलस रहे मुर्शिदाबाद में अब हालात सामान्य होने लगे हैं। दुकानें खुल रही हैं, लोग घरों से निकल रहे हैं। मगर लोगों के मन में फिर से अशांति पनपने को लेकर डर है। हालांकि हालात से निपटने के लिए धुलियान क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तैनात की गई है। धुलियान क्षेत्र में कई लोगों ने आठ दिन बाद दुकान खुलीं। आठ दिन बाद दुकान खोलने वाले मोची शिवा रविदास ने कहा कि बाजार में कई दुकानें खुलीं, लेकिन हिंदुओं की दुकानें बंद रहीं। मैंने हिंसा वाले दिन आखिरी बार दुकान खोली थी और आज आठ दिन बाद दुकान खोली है। क्षेत्र में बहुत अराजकता थी। कल पुलिस और सुरक्षा बलों ने सुरक्षा का आश्वासन देकर दुकान खोलने के लिए कहा था।
मोची शिवा ने कहा कि मैंने दुकान खोल ली है, लेकिन फिर भी अराजकता फैलने का डर बना हुआ है। हिंसा वाले दिन भीड़ ने यहां पुलिस थाने का घेराव किया। दो-तीन लोगों की हत्या कर दी गई। स्थिति बेकाबू हो गई। कई लोग अपने घर छोडकर चले गए। उन्होंने कहा कि मैं पहले की तरह शांति चाहता हूं। अब कोई झड़प नहीं होनी चाहिए। मुर्शिदाबाद जिले के कई इलाकों में वक्फ कानून के विरोध में बीती 11-12 अप्रैल को हिंसा भड़क गई थी। ये हिंसा सुती, धुलियान और जंगीपुर इलाकों में हुई। इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई और कई अन्य घायल हुए। धुलियान के मंदिरपाड़ा इलाके में कथित तौर पर कई महिलाओं का उत्पीड़न किया गया। हिंसा के चलते मुर्शिदाबाद में बड़े पैमाने पर विस्थापन हुआ। पुलिस ने हिंसा और दो लोगों की हत्या के आरोप में एक और आरोपी पकड़ा। गिरफ्तार आरोपी इंजामुल हक पर सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ करने और नष्ट करने का आरोप है।