नैनीताल हाईवे पर हुई दुर्घटना में योगेश और उसके फुफेरे भाई मोहित की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटनास्थल पर जगह-जगह पड़े बाइक के टुकड़े और खून के निशान हादसे की भयावहता की गवाही दे रहे थे। युवकों की बाइक सड़क और डायवर्जन बोर्डों के किनारे खाली जगह से होती हुई 20 मीटर गहरे गड्ढे पर बने सीमेंट के पिलर से टकरा गई। जहां हादसा हुआ, वहां रोशनी के इंतजाम नहीं थे। ऐसे में तेज रफ्तार बाइक पर सवार युवक डायवर्जन का बोर्ड नहीं देख सके और हादसे का शिकार हो गए।
नेशनल हाईवे 109 पर रिंग रोड का निर्माण चल रहा है। निर्माण कार्य से आवाजाही बाधित न हो, इसके चलते नैनीताल रोड के दोनों तरफ कार्यदायी संस्था ने डायवर्जन बोर्ड लगाए हैं। सोमवार देर रात हाईवे के एक हिस्से में लगाए डायवर्जन बोर्डों के पास ही हादसे में दो नौजवानों को जान से हाथ धोना पड़ा। डायवर्जन बोर्डों के किनारे खाली छोड़ी जगह भी हादसे का कारण बनी। हल्द्वानी से आते समय बाइक डायवर्जन बोर्डों के बगल से सीधे आगे चली गई और सीमेंट के पिलर से टकराकर इसके टुकड़े छिटककर इधर-उधर बिखर गए। डायवर्जन बोर्ड के पास बाइक का मीटर पड़ा हुआ था। घटनास्थल पर जगह-जगह बाइक के वाइजर, हेडलाइट व अन्य टुकड़े पड़े मिले। काफी मात्रा में खून गिरा होने के साथ ही एक मृतक के जूते भी पड़े थे।