गूलरभोज के ठंडानाला के रहने वाले हरियाणा के रेवाड़ी के पांच हजार के ईनामी ठग को पुलिस ने पीपलपड़ाव रेंज के जंगल से गिरफ्तार किया है। जंगल में छिपे दो और संदिग्धों को पकड़ा है। पुलिस की सूचना पर रेवाड़ी पुलिस ईनामी ठग को लेने गदरपुर रवाना हो चुकी है।दो दिन पहले हरियाणा के गुरूग्राम और गदरपुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गूलरभोज के ठंडा नाला गांव में पीएसी के साथ दबिश दी थी। टीम ने विभिन्न राज्यों में ठगी के मामलों में लिप्त सैफ अली और शहजाद मोहम्मद को गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ गुरूग्राम में केस दर्ज थे। इसके अलावा टीम ने कार्रवाई में बाधा डालने के आरोप में छह लोगों को हिरासत में लिया था।
सोमवार को फिर से गदरपुर पुलिस ने ठंडानाला में अन्य राज्यों के वांछित अभियुक्तों की तलाश में दबिश दी लेकिन टीम को घरों में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं ही मिलीं। पुलिस को पता चला कि गैंग के कुछ सदस्य पीपलपड़ाव रेंज के जंगलों में छुपे हैं। पुलिस ने वेश बदलकर जंगल में सघन अभियान चलाकर वहां छिपे इब्राहिम उर्फ कलुआ निवासी ठंडानाला को गिरफ्तार किया। उस पर ठगी के मामले में हरियाणा के रेवाड़ी जिले में पांच हजार रुपये का इनाम घोषित है। इसके अलावा टीम ने जंगल में छिपे अनवर और मुजाहिर को भी हिरासत में लिया है। एसएसपी ने बताया कि अन्य वांछितों की तलाश हेतु सघन अभियान आगे भी जारी रहेगा। ईनामी इब्राहिम को लेने के लिए रेवाड़ी पुलिस गदरपुर पहुंच रही है।
गुरूग्राम और रेवाड़ी के दो वांछितों की तलाश
हरियाणा के रेवाड़ी और गुरूग्राम में ठगी के मामले में पुलिस को ठंडानाला निवासी एजाज और रफाकत की भी तलाश है। हरियाणा पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस से सहयोग मांगा है। दो बार की कार्रवाई में दोनों हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।
महिलाएं जंगल में पहुंचा रही थीं खाना
पुलिस और ठग गैंग दोनों अपने अपने मुखबिरों को लगाए हुए हैं। एसएसपी ने बताया कि ठंडा नाला के आसपास गैंग के मुखबिर हैं। ये लोग दिन-रात गांव की तरफ होने वाली आवाजाही पर नजर रखते हैं। पुलिस के पहुंचने की सूचना गैंग सदस्यों को देते हैं। पहली बार पुलिस ने दबिश दी तो कुछ लोग हत्थे नहीं चढ़ पाए थे और पुलिस से बचने के लिए जंगल में छिपे थे। घर की महिलाएं उन तक खाना पहुंचा रही थीं। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली तो दो पुलिसकर्मियों ने वेश बदलकर गांव में पहुंचकर जानकारी एकत्र की। इसके बाद वनकर्मियों के साथ मिलकर कांबिंग की और एक ईनामी और दो संदिग्ध पकड़े।
हिदायत देकर छोड़े गए छह लोग
कार्रवाई में बाधा डालने वाले छह लोगों से पुलिस ने घंटों पूछताछ की थी। उनका कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं मिल सका। इसके बाद पुलिस ने सभी छह लोगों को कड़ी हिदायत देकर छोड़ दिया गया। उनको कहा गया कि गांव से बाहरी प्रदेशों में जाने की सूचना चौकी में देनी होगी और गांव में बाहरी लोगों की आवाजाही की सूचना भी पुलिस को देंगे।
घरों की खिड़कियां हैं पल्ले विहीन
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि ठंडानाला गांव में ठग गैंग में शामिल कई लोगों के घरों में खिड़कियां तो हैं, मगर उनमें पल्ले नहीं हैं। जब पुलिस की दबिश पड़ती है तो अभियुक्त यहां से भाग निकलते हैं। पुलिस शिकंजा कसती है तो ये लोग जंगल में शरण लेते हैं। जब पुलिस का डर खत्म होता है तो ये घरों को लौट आते हैं।