हल्द्वानी। लोनिवि सचिव के सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने के दावे का सच हकीकत में कुछ और ही है। कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी शहर में 30 किलोमीटर में इसकी पड़ताल की गई तो प्रमुख सड़कों के साथ ही लिंक मार्गों पर गड्ढों की गिनती करना मुश्किल हो गया। पता चला कि बड़े गड्ढे हादसे को दावत दे रहे हैं। स्थिति यह है कि लंबे समय से बदहाल इन सड़कों का न तो जनप्रतिनिधि और न ही प्रशासन संज्ञान ले रहा है। ऐसी उबड़ खाबड़ सड़कों पर रोजाना लोग आवाजाही करने को विवश हैं। यहां दोपहिया वाहन से चलना खतरे से खाली नहीं है।
केस-एक
दोपहर 1:30 बजे पंचायतघर रामपुर रोड से आरटीओ को जाने वाले बाइपास मार्ग पर चले ही थे कि 500 मीटर की दूरी पर बड़ा गड्ढा नजर आया और उसमें पानी भरा हुआ था। वहां खड़े होकर फोटो खींचा ही था कि तभी बच्चों से भरी स्कूल बस पहुंची और गड्ढे से होकर हिचकोले खाते हुए निकल गई। पास ही दुकान लगाने वाले एक ग्रामीण ने बताया कि बार-बार खोदाई से सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है। पूरनपुर, आनंदपुर होते हुए आगे बढ़े तो जयदेवपुरम तक करीब छह किलोमीटर तक सड़क पर कई जगह गड्ढे नजर आए। एक अनुमान के मुताबिक इस सड़क से रोजाना पांच से सात हजार लोग आवाजाही करते हैं।
केस-दो
दोपहर 2:12 बजे इसी सड़क से गोविंदपुर गरवाल होते हुए कमलुवागांजा रोड को जाने वाले ग्रामीण मार्ग पर पहुंचे तो देखा कि यहां सड़क की जगह गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दिए हैं। दोपहिया, चारपहिया वाहन चालक धूल के बीच इधर से उधर दौड़ते नजर आए। कमलुवागांजा की ओर चलते हुए करीब दो किमी सड़क पर पहुंचे तब जाकर गड्ढों की संख्या कम हुई और कमलुवागांजा हाइवे आ गया। जानकारी करने पर पता चला कि करीब एक साल से गड्ढों में तब्दील इस सड़क को बनाने के लिए कार्यदायी संस्था के पास बजट नहीं है।
केस-तीन
दोपहर 3:10 बजे कमलुवागांजा से लिंक मार्ग से होते हुए आरटीओ रोड पर पहुंचे तो वहां पहुंचते ही सामना सड़क पर गड्ढों से हुआ। इस सड़क पर भी इतने गड़ढे थे कि उनकी गिनती करना तक मुश्किल था। यहां से होते हुए सीधे राज विहार पीलीकोठी के रास्ते जा रहे थे तो देखा कि करीब 50 मीटर सड़क सीसी बनाई गई है लेकिन 150 मीटर का हिस्सा बदहाल छोड़ दिया गया। यह मार्ग आरटीओ, कमलुवागांजा, कठघरिया क्षेत्र की काॅलोनियों में जाने वाले क्षेत्रवासियों का प्रमुख रास्ता है।
केस-चार
दोपहर 3.45 बजे रामपुर रोड आईटीआई से डहरिया के पास से सीएमटी काॅलोनी को जाने वाली सड़क पर पहुंचे तो यहां भी गड्ढों की भरमार दिखाई दी। वार्ड-53 और 55 में आने वाली इस सड़क के बारे में स्थानीय लोगों से पूछा तो उन्होंने बताया कि लंबे समय से किसी ने सड़क की सुध नहीं ली है। यहां से सेंटलाॅरेंस स्कूल के बराबर वाली रोड से देवलचौड़ बंदोबस्ती होते हुए पंचायतघर की ओर जाने वाली सड़क पर पहुंचे तो इस सड़क भी गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दिए। इस लिंक मार्ग से देवलचौड़, फूलचौड़, हल्दूपोखरा नायक, दरम्वाल, हरिपुर जमन सिंह, आनंदपुर, बेलबाबा क्षेत्र तक के लोग आवाजाही करते हैं।
कोट
जिले में सड़कों पर पेचवर्क कराने का लक्ष्य 340 किलोमीटर था, इसे पूरा कर लिया गया है। केवल रामनगर में कुछ काम बाकी है। पंचायतघर-आरटीओ मार्ग पर कुछ स्थानों पर नहर का पानी ओवरफ्लो होने के कारण पेचवर्क नहीं कराया जा सका। गोविंदपुर गरवाल वाले मार्ग के रिन्यूवल का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।







