लक्सर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लक्सर में चिकित्सकों का टोटा बना हुआ है। स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों के 11 पद स्वीकृत है यहां छह चिकित्सकों की तैनाती है. केंद्र पर महिला रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण गर्भवती महिलाओं को परेशानी झेलनी पड़ती है. वहीं केंद्र पर अल्ट्रासाउंड की भी कोई सुविधा नहीं है। लक्सर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों की भर्ती के लिए 30 बेड उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य केंद्र पर 150 से अधिक गांव के ग्रामीण के स्वास्थ्य का जिम्मा है. लेकिन स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की तैनाती न होने तथा अन्य सुविधाओं के अभाव में क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन 150 से 200 मरीज पहुंचते हैं। स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों के 11 पद स्वीकृत हैं, लेकिन मौजूदा समय में यहां महज छह चिकित्सक तैनात हैं।
अस्पताल में फिजिशियन, सर्जन, महिला रोग विशेषज्ञ समेत छह पद खाली हैं। केंद्र पर अल्ट्रासाउंड की भी कोई सुविधा नहीं है। इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने वाले मरीजों को चिकित्सकों की कमी एवं अन्य चिकित्सा सुविधाओं की कमी के चलते स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र पर ब्लड बैंक की भी कोई व्यवस्था नहीं है। मरीजों के तीमारदारों को खून के लिए रुड़की, हरिद्वार या फिर देहरादून की दौड़ लगानी पड़ती है। ग्रामीण लंबे समय से यहां ब्लड बैंक खोले जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर नलिंद असवाल का कहना है कि चिकित्सकों की कमी एवं अन्य चिकित्सा सुविधाओं की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।