रुद्रपुर। जिले में बीते दो-तीन वर्षों में छात्रों की संख्या लगातार घटती गई। इसका परिणाम रहा कि 13 प्राथमिक स्कूलों में एक भी छात्र न बचे और स्कूल बंद हो गए। बीते दो से तीन वर्षों से एक भी छात्र का प्रवेश नहीं होने के कारण रखरखाव के अभाव में इन सरकारी स्कूलों के भवन खंडहर में तब्दील होने लगे है। इधर छात्रों के न होने से बंद स्कूलों के शिक्षकों को फौरी तौर तो अगल-बगल के स्कूलों में संबद्ध कर दिया गया। अब विभाग ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से इन शिक्षकों के समायोजन के प्रस्ताव मांगे गए हैं। जिन स्कूलों में छात्र संख्या अधिक होगी और अध्यापकों की कमी होगी उन स्कूलों में तैनात किया जाएगा। ऊधमसिंह नगर में संचालित 770 प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या लगभग 63 हजार है। छात्र संख्या शून्य होने पर विभाग ने 13 स्कूलों को बंद कर यहां पढ़ा रहे शिक्षकों को आसपास के स्कूलों में संबद्ध कर दिया है। अब विभाग ने अध्यापकों के समायोजन के लिए बीडीओ से प्रस्ताव मांगें हैं।
जिले में बंद स्कूलों की ब्लाॅकवार सूची
रुद्रपुर : प्राथमिक स्कूल प्रतापपुर, नारायणपुर, लोहारी, मटकोटा फार्म और अजीतपुर।
खटीमा : प्राथमिक स्कूल दमगढ़ा।
बाजपुर : प्राथमिक स्कूल टाड़ाखेम, ठोठूपुरा।
सितारगंज : प्राथमिक स्कूल मलपुरी।
गदरपुर : प्राथमिक स्कूल विजयनगर, बराखेड़ा दो, जगनपुरी व नारायणपुर दोरहिया।
बीते कई वर्ष पूर्व छात्र संख्या नहीं होने के चलते इन स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इन स्कूलों के अध्यापकों के समायोजन के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। – हरेंद्र कुमार मिश्र, डीईओ प्रारंभिक।
शिक्षकों के समायोजन को मांगा गया प्रस्ताव
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