अलसी गांव में पेयजल का संकट ग्रामीणों के लिए मुसीबत बना हुआ है। पिछले छह महीने से गांव के निवासी पानी के लिए तरस रहे हैं। दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक किमी दूर स्थित स्रोत से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है। शिकायत के बावजूद लोनिवि उदासीन बना हुआ है। छह महीने पहले सड़क निर्माण के दौरान अलसी गांव की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके कारण गांव में पेयजल आपूर्ति ठप हो गई थी। पेयजल नहीं मिलने से गांव में निवास करने वाले 30 परिवारों के 100 से अधिक लोगों के सामने संकट की स्थिति है। पानी उपलब्ध नहीं होने से ग्रामीणों की दिनचर्या व खानपान तक प्रभावित है।जरूरत को पूरा करने के लिए गांव से एक किमी दूर स्थित स्रोत से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है। हालांकि ग्रामीणों ने कई बार श्रमदान करके लाइन को ठीक किया लेकिन निर्माण कार्य के कारण लाइन फिर से क्षतिग्रस्त होती रही।
फिलहाल छह महीने से ग्रामीण पेयजल का भीषण संकट झेल रहे हैं।स्थानीय निवासी अजब सिंह बिष्ट, सुरेंद्र सिंह, परम सिंह, दिनेश बिष्ट, कृपाल सिंह बिष्ट, नवीन बिष्ट, बहादुर सिंह बिष्ट, मोहन सिंह बिष्ट आदि का कहना है कि क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन को ठीक कराने के लिए लोक निर्माण विभाग से लेकर तहसील प्रशासन व जिलाधिकारी को भी अवगत कराया गया है लेकिन, लाइन को अभी तक ठीक नहीं किया गया है। हईया-अलसी-सकनी मोटर मार्ग पर स्थित पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त है। जिसे ठीक कराने में विभागीय अधिकारी व ठेकेदार टाल मटोल कर रहे हैं। गांव में पेयजल का संकट बना हुआ है जिसका समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। – अजब सिंह बिष्ट, पूर्व प्रधान अलसी
पेयजल लाइन को ठीक कराने का अधिकारी बार-बार आश्वासन देते हैं लेकिन, लाइन ठीक करते नहीं हैं। स्थिति यह है कि ग्रामीण महिलाओं, बच्चों को अपने सिर पर पानी ढोकर लाना पड़ रहा है। पशुओं के लिए भी यह स्थिति बेहद गंभीर है। – दिनेश बिष्ट, निवासी अलसी
बयान
सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके कारण लाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। कार्य पूरा होने के बाद लाइन को ठीक कराया जाएगा। – रचना थपलियाल, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग