हल्द्वानी। बड़ी बहन की प्रेरणा से बॉक्सिंग रिंग में उतरे तीन भाइयों ने ऐसे पंच बरसाए कि राज्य से राष्ट्रीय स्तर तक अपनी अलग पहचान बना ली। काठगोदाम निवासी जुड़वा भाई अमन व आयुष और उनके बड़े भाई कृष कुमार ने कम उम्र में ही मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। नेपाल मूल के इन तीनों भाइयों ने अपनी लगन और मेहनत से साबित किया है कि सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है।कृष कुमार (16) कक्षा 12, अमन (15) और आयुष (15) कक्षा 8 के छात्र हैं। उन्होंने बताया कि बड़ी बहन सिया कुमारी के कहने के बाद तीनों ने बॉक्सिंग रिंग में उतरने का मन बनाया। पिछले तीन वर्षों से वे नियमित बॉक्सिंग का अभ्यास कर रहे हैं। उत्तराखंड राज्य बॉक्सिंग चैंपियनशिप के अंडर-17 में अमन और कृष ने स्वर्ण जीता जबकि आयुष उपविजेता रहे।
इस वर्ष सितंबर में दिल्ली में हुई नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अमन और आयुष ने उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया था, जिसमें अमन ने गोल्ड जीता और आयुष उपविजेता रहे। कृष और अमन काशीपुर छात्रावास में और आयुष नगर पालिका इंटर कॉलेज में अध्ययनरत हैं।अमन अब तक पांच अलग-अलग राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पांच स्वर्ण जबकि कृष दो राज्य स्तरीय स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुके हैं। पिता संजू राम के निधन के बाद उनकी मां आशा देवी ने रेस्टोरेंट में कुक का कार्य कर तीनों बेटों की परवरिश की। सीमित संसाधनों के बावजूद आशा देवी ने कभी अपने बेटों के हौसलों को कम नहीं होने दिया। तीनों भाई ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने का सपना देख रहे हैं और एक-दूसरे के कोच व प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।