कालसी गेट से हरिद्वार के बीच उत्तराखंड रोडवेज की पर्वतीय डिपो की एक बस चलती है। बस से अधिकतर नौकरी पेशा लोग और कॉलेज के छात्र यात्रा करते हैं। इन लोगों ने बस यात्रा के लिए एमएसटी भी बनवाई है। यात्रियों ने बताया कि बस की हालत इतनी खराब है कि बीच में कहीं भी बंद हो जाती है। इसके कारण नौकरीपेशा, छात्र और अन्य यात्री बीच रास्ते में ही फंस जाते हैं। यात्रियों को सवारी वाहनों से पहले हरबर्टपुर और फिर बस से सेलाकुई और देहरादून जाना पड़ता है।
कालसी गेट से रोजाना सुबह 6.45 पर रोडवेज के पर्वतीय डिपो की बस कालसी-हरिद्वार रूट पर रवाना होती है। बस करीब 8.30 बजे देहरादून पहुंचती है। बस का समय नौकरीपेशा और छात्रों के लिए सुलभ है। यही कारण है कि बस में यात्रा करने वाले अधिकतर यात्री सरकारी, निजी क्षेत्र में नौकरी करने लोग और कॉलेज के छात्र हैं। यात्रियों ने अपनी सुविधा के लिए एमएसटी बनवा रखी है। कालसी से देहरादून तक एमएसटी का मासिक खर्च 2,250 रुपये है। यह बस जब बीच रास्ते बंद होती है तो यात्रियों को कालसी ने मैजिक वाहन से हरबर्टपुर और वहां से सेलाकुई व देहरादून के लिए बस पकड़नी पड़ती है। यात्रियों ने बताया कि शुक्रवार को बस कालसी और शनिवार को हरिपुर में बंद हो गई।
यात्रा के लिए एमएसटी बनवा रखी है। उसके बाद भी यात्रा के लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। महीने में पांच सात दिन बस बंद होती है। बड़ी परेशानी हो रही है। – दयाल, यात्री
ड्यूटी पर समय पर पहुंचना होता है इसलिए एमएसटी बना रखी है। हर माह एमएसटी पर खर्च कर रहे हैं। उसके बाद भी दूसरे वाहनों से नौकरी पर जाना पड़ रहा है। – मयंक, यात्री
कालसी-हरिद्वार रूट पर चलने वाल रोडवेज बस नौकरी पेशा और छात्रों के लिए सबसे सुलभ है। आए दिन बस खराब होने से समय से कार्य पर नहीं पहुंच पाते हैं। – उर्मिला, यात्री
कालसी-देहरादून रूट पर चलने वाली बस की स्थिति बहुत खराब है। महीने में सात दिन बस खराब हो जाती है। अतिरिक्त खर्च के बावजूद काम पर नहीं पहुंच पाते हैं। – दिनेश यादव, यात्री
मामला संज्ञान में नहीं है। यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। बस की मरम्मत के निर्देश दिए जा रहे हैं। – अंजलिका शर्मा, सहायक महाप्रबंधक, पर्वतीय डिपो