बागेश्वर। वीडियो में महिला भाजपा विधायक के नाम पर वसूली के आरोप भी लगा रही है। वीडियो सामने आने के बाद जिला अधिकारी आशीष भटगांई ने जांच के आदेश दे दिए हैं। वीडियो को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कमला दानू का कहना है कि डीएम के संज्ञान में मामला आ गया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जाएगी. कपकोट की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में महिला बाल विकास परियोजना कपकोट के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगा रही है। सोराग गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व कपकोट ब्लॉक की अध्यक्ष कमला दानू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में महिला अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कह रही है कि बाल विकास परियोजना अधिकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को धमकाते हैं। किसी काम की सूचना दो दिन पहले भी नहीं देते हैं। अधिकारी रात में भी काम करने को मजबूर करते हैं जबकि क्षेत्र में नेटवर्क तथा बिजली की समस्या रहती है।
अधिकारी गलत शब्दों का करते हैं इस्तेमाल। वीडियो में महिला कह रही है कि, कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 1990 से 1998 के दौरान की हैं। उन्हें ऑनलाइन काम करना कम आता है। लेकिन इसके लिए उनका मानदेय काट दिया जाता है। सेंटर से हटा देने की धमकी दी जाती है। बेशर्म, ढीठ आदि शब्दों से आंगनबाड़ी सेविकाओं को संबोधित किया जाता है। इसके अलावा महिला अधिकारियों पर ड्रेस का पैसा खाने का आरोप लगा रही है।
अधिकारियों ने लिए दो-दो हजार रुपए। महिला ने आरोप लगाया कि मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का उच्चीकरण किया गया। इसके लिए अधिकारियों द्वारा दो-दो हजार रुपए मांगे गए और कहा गया कि एक हजार रुपये विधायक को देना है। विधायक को भी बदनाम करने की कोशिश की गई। महिला का कहना है कि जून और जुलाई माह से उन्हें मानदेय भी नहीं मिला है। वह सीखने के लिए कार्यालय आते हैं लेकिन उन्हें भगा दिया जाता है। सुपरवाइजर से पूछने पर वह कुछ भी बताने को तैयार नहीं रहते हैं।
पूर्व विधायक ने की जांच की मांग। अधिकारियों पर महिला के लगाए आरोपों पर पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने कहा कि बाल विकास कपकोट में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने अपने ही ब्लॉक में परियोजना अधिकारी पर कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। वीडियो पर जिलाधिकारी को जनहित में तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। ऐसे गंभीर रूप से आरोप लगाने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को न्याय दिलाने में सहयोग करें।
डीएम ने दिया आश्वासन। मामले पर जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कहा कि वायरल वीडियो की जानकारी मिली है।सत्यता के जांच के आदेश मुख्य विकास अधिकारी को दिए हैं। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।







