बीएचयू को रैगिंग की घटनाओं और समस्या से निजात दिलाने के लिए क्रिएटिव आर्ट्स, सोशल मीडिया और आपसी संवाद की मदद ली जाएगी। बीएचयू कैंपस को रैगिंग मुक्त करने के लिए सात दिन अभियान चलाया जाएगा। इसका शेड्यूल सोशल मीडिया पर लॉन्च कर दिया गया है। कला संकाय में 11 से 18 अगस्त और विज्ञान संकाय में 12 से 18 अगस्त के बीच एंटी रैगिंग सप्ताह मनाया जाएगा। इसके तहत एंटी रैगिंग की थीम पर कई तरह के क्रिएटिव और ज्ञान विज्ञान के इवेंट कराए जाएंगे।
स्लोगन राइटिंग, निबंध लेखन, पोस्टर मेकिंग, लोगो डिजाइनिंग, फोटोग्राफी ऑफ कॉन्टेस्ट, इंस्टाग्राम रील मेकिंग, क्विज कंप्टीशन, यूट्यूब वीडियो मेकिंग, इंस्टाग्राम थ्रेड डिजिटल पोस्टर मेकिंग और डिबेट कराया जाएगा। कला संकाय की ओर से इसमें हिस्सेदारी के लिए क्यू आर कोड जारी किया गया है, जिसे स्कैन करके भागीदारी का फॉर्म भरना होगा। साथ ही जिस इवेंट में हिस्सा लेना है उसे भी वरीयता क्रम में बताना होगा। यूजीसी की ओर से एंटी रैगिंग सप्ताह की शुरुआत की गई है। इसके मद्देनजर बीएचयू के अलग अलग संकायों की ओर से रैगिंग को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
जून में 25 छात्रों पर लगा था 25 हजार का जुर्माना
जून में एमबीबीएस के 25 छात्रों पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था। वहीं 2012 से 2023 के बीच में रैगिंग के कुल 72 मामले आए जो कि देश में नंबर एक पर था। बीएचयू ने 2023 में ही एंटी रैगिंग सेल का पुनर्गठन किया था। इसके बाद सत्र 2023-24 में 12 और 2024-25 में पांच मामले सामने आए। रैगिंग के आधे से ज्यादा मामले आईएमएस बीएचयू के हैं।