Wednesday, November 5, 2025
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एसजीएसटी ने जिला प्रशासन की मदद से की कार्रवाई 11.90 करोड़ का वैट बकाया आयरन स्क्रैप व्यापारी गिरफ्तार

कानपुर में वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) की बकायेदारी पर एसजीएसटी के अफसरों ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। 11.90 करोड़ के बकाया वैट पर शहर में पहली बार आयरन स्क्रैप व्यापारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। व्यापारी पर 2014-15, 2015-16 और 2016-17 से वैट की बकायेदारी है। फर्म भी बंद की जा चुकी है। जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो वह अपने पिता की फर्म में थे। जिला प्रशासन की भू-राजस्व वसूली की तर्ज पर कार्रवाई की गई। प्रमुख सचिव राज्यकर एम. देवराज के निर्देश पर वैट की पुरानी बकाया वसूली के लिए प्रदेशव्यापी अभियान शुरू किया गया है। इसी क्रम में अपर आयुक्त ग्रेड 1 राज्य कर (कानपुर जोन प्रथम) सैमुअल पाल एन एवं संयुक्त आयुक्त (कार्यपालक) राज्य कर संभाग बी की ओर से कार्रवाई की गई।

लंबे समय से बकायेदार की तलाश कर रहा था विभाग
बताया गया कि खंड 09 के बकायेदार राजीव इंटरप्राइजेज का टिन नंबर 09937520627 है। फर्म का पता 85/69 झकरकटी कानपुर है। इन पर तीन साल से कुल 11.90 करोड़ बकाया वसूली लंबित थी। फर्म संचालक ने व्यापार बंद कर दिया लेकिन बकाया धनराशि जमा नहीं की गई। विभाग लंबे समय से बकायेदार की तलाश कर रहा था। बकायेदार के नाम कोई चल अथवा अचल संपत्ति भी नहीं है।

कुछ धनराशि तत्काल जमा करने की बात कही
डिप्टी कमिश्नर मंजूश्री अमीन जितेंद्र के साथ व्यापारी राजीव गुप्ता के यशोदानगर स्थित आवास पर पहुंचीं। यहां पता चला कि वह अपने पिता के व्यापार स्थल सर्वश्री शक्ति आयरन स्टील पर गए हुए हैं। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर टीम के साथ वहां पहुंचीं। वहां व्यापारी मिल गए और उनसे बकाये की कुछ धनराशि तत्काल जमा करने की बात कही। इस पर फर्म संचालक ने बकाया जमा करने से इन्कार कर आसपास के दुकानदारों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया।

लगातार की जाएगी वसूली की कार्रवाई
फिर डिप्टी कमिश्नर ने जिला प्रशासन से मदद लेते हुए एसीएम सात रामशंकर को जानकारी दी। बाद में व्यापारी को गिरफ्तार कराकर 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया। कहा गया कि यदि बकायेदार बकाया की धनराशि को जमा कर देते हैं तो जेल से छोड़ दिया जाएगा। बताया गया कि कानपुर नगर में बकाये पर गिरफ्तारी की पहली कार्रवाई है। पुराने बकायेदारों पर भू-राजस्व बकाये के रूप में वसूली की कार्रवाई लगातार की जाएगी।

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