अल्मोड़ा। जिला पूर्ति विभाग में पूर्ति निरीक्षकों के 26 पद सृजित हैं, इसके सापेक्ष छह पद खाली हैंं। पूर्ति निरीक्षकों पर ही कोटेदारों की जांच और कार्रवाई का प्रस्ताव देने की जिम्मेदारी है। निरीक्षकों की कमी से सरकारी राशन दुकानों पर खाद्यान्न वितरण की नियमित जांच के साथ ही जन समस्याओं का समय पर निस्तारण नहीं हो रहा। उपभोक्ताओं को समय पर राशन मिल रहा है या नहीं किस गुणवत्ता का राशन उन्हें मिल रहा है, इसकी जानकारी जुटाना भी विभाग के लिए चुनौती बन गया है। जिला पूर्ति विभाग में पूर्ति निरीक्षकों के छह पद दो साल से रिक्त हैं। एक पूर्ति निरीक्षक के पास दो खाद्यान्न गोदामों का प्रभार है। निरीक्षकों की कमी से सरकारी राशन दुकानों में व्यवस्था को परखना और मजबूत करना मुश्किल हो रहा है।
कनिष्ठ सहायकों के सात पद रिक्त
अल्मोड़ा। जिला पूर्ति विभाग में कार्यालयी स्टाफ भी पूरा नहीं है। कनिष्ठ सहायक के 12 सृजित पदों के सापेक्ष सात पद रिक्त हैं। कनिष्ठ सहायक न होने से कार्यालयी कामकाज प्रभावित हो रहा है।
कोट – पूर्ति निरीक्षकों और कनिष्ठ सहायकों के रिक्त पदों की जानकारी निदेशालय को भेजी गई है। इन पदों पर तैनाती नहीं हुई है। – मुकेश कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी, अल्मोड़ा।