हल्द्वानी। स्पेशल टास्क फोर्स देहरादून की कुमाऊं यूनिट ने लोकल पुलिस की मदद से शनिवार सुबह एमबीपीजी कॉलेज के पास से जमानत पर बाहर आए नारायण सिंह परगाई को 2.02 किलोग्राम चरस के साथ दबोच लिया। पकड़ा गया आरोपी वर्ष 2021 में तस्करी में साढ़े तीन साल तक जेल में बंद रहा।एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स लंबे समय से चरस तस्करों के नेटवर्क को खंगाल रही थी। इसी बीच चंपावत से चरस की बड़ी खेप हल्द्वानी आने की जानकारी एसटीएफ को मिली। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने कुमाऊं यूनिट को सक्रिय कर दिया। टीम ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। एसएसपी पीएन मीणा के निर्देश पर एसपी सिटी प्रकाश चंद्र और सीओ एसटीएफ परवेज अली के निर्देशन में बनी टीम ने एमबीपीजी कॉलेज के पास घेराबंदी कर नारायण सिंह परगाई (58 वर्ष) निवासी ग्राम कुकना तहसील ओखलकांडा थाना मुक्तेश्वर व हाल निवासी जय दुर्गा कॉलोनी, दुर्गा सिटी सेंटर को 2.02 किलो चरस के साथ गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी पर नजर रख रही थी पुलिस
नारायण सिंह, नशे की तस्करी में पहले भी जेल गया था। वह उस मामले में जमानत पर बाहर आया और इस कार्य में लग गया। पुलिस ने उसके जेल से निकलते ही उस पर नजर रखनी भी शुरू कर दी थी। जैसे ही उसने चरस की खेप उठाई और हल्द्वानी आया तो उसे दबोच लिया।
चंपावत से खरीदी थी चरस
पूछताछ में नारायण सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने यह चरस चम्पावत के गांव से खरीदा थी। इसे मैदानी क्षेत्रों मे ऊंचे दामों पर बेचने की तैयारी थी। बताया कि इसके पहले भी वह कई बार पहाड़ी क्षेत्र से चरस ला चुका है। एक बार चरस तस्करी में जेल जा चुका है। जमानत से छूटने के बाद कम समय मे ज्यादा पैसा कमाने के लालच में दोबारा से चरस तस्करी का काम शुरू किया और पकड़ा गया। नशे के तस्करों का नेटवर्क तोड़ा जा रहा है। 2.02 किलोग्राम चरस की बरामदगी की गई है। आरोपी से पूछताछ में कई जरूरी तथ्य सामने आए हैं। टीमें लगाई गई है। – पीएन मीणा, एसएसपी



 
                                    



 
 
 
 
 
