शनिवार को आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञ डॉ. नफीस अहमद, प्रो. डॉ. प्रभाशंकर शर्मा ने ड्रोन में नवीनतम प्रगति, विभिन्न उद्योगों में उनके अनुप्रयोगों और इस क्षेत्र में संभावित कॅरिअर के अवसरों के बारे में जानकारी दी। युवाओं में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के मकसद से आईहब दिव्यसंपर्क आईआईटी रुड़की के सहयोग से डीआईटी विश्वविद्यालय की ओर से केंद्रीय विद्यालय हाथीबड़कला नंबर-2 के छात्रों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्टार्टअप संस्कृति और ड्रोन प्रौद्योगिकी पर आयोजित कार्यशाला में 11वीं और 12वीं के छात्रों ने साइबर फिजिकल सिस्टम (सीपीएस) स्टार्टअप विकसित करने के गुर सीखे। साथ ही स्टार्टअप के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों से निपटने की बारीकियां भी बताई।
छात्रों ने व्यावहारिक गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिससे उन्हें ड्रोन के यांत्रिकी और परिचालन पहलुओं को समझने का मौका मिला। वहीं विद्यालय के प्रधानाचार्य विजय नैथानी ने कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा, इससे छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक और उद्यमशीलता कौशल का पता लगाने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया है, जो उन्हें रचनात्मक और नवीन रूप से सोचने के लिए प्रेरित करेगा।