बीते दो दिन पहले हुई गढ़वाल विश्वविद्यालय की बीकॉम प्रथम सेमेस्टर की वित्तीय लेखांकन परीक्षा में गड़बड़ी से छात्र चिंता में थे। इस संबंध में उन्होंने विवि प्रशासन को मेल भी किया था। ऐसे में विवि प्रशासन ने छात्रों को ज्यादा अंक देने का फैसला किया है। ताकि छात्रों का किसी प्रकार नुकसान न हो सके।31 जनवरी को विवि से संबद्ध महाविद्यालयों में वित्तीय लेखांकन परीक्षा हुई थी। छात्रों का आरोप था कि प्रश्नपत्र में करीब 60 फीसदी सवाल पुराने पाठ्यक्रम से पूछे गए। जबकि पेपर के ऊपर लिखा था नई शिक्षा नीति। आलम यह था कि प्रश्नपत्र के खंड-अ के सात सवालों में से चार सवाल और खंड-ब के छह सवालों में से तीन सवाल पुराने पाठ्यक्रम से पूछे गए थे।
छात्रों ने विवि प्रशासन को मेल कर पेपर में हुई गड़बड़ी की जानकारी देने के साथ पेपर को रद्द करने मांग की थी। ऐसे में विवि प्रशासन ने फैसला लिया है कि छात्रों को सही सवालों के जवाब के आधार पर ही अंक दिया जाए।प्रश्नपत्र में सिर्फ 20 फीसदी ही सवाल पुराने पाठ्यक्रम से आए थे। जबकि 80 फीसदी सवाल सही थे। ऐसे में छात्रों को नुकसान न हो इसके लिए परीक्षक को हिदायत दी गई है कि छात्रों को इन सभी 80 फीसदी सवालों से ही अंक दिए जाएं। डीएवी और बीएसएम कॉलेज, रुड़की के छात्रों ने ही इस तरह की शिकायत की थी। विवि के तीनों परिसरों व अन्य सभी महाविद्यालयों से इस तरह की शिकायत नहीं आई। – प्रो. जेएस चौहान परीक्षा, नियंत्रक गढ़वाल विवि
पेपर के दौरान छात्रों को प्रश्न चुनने का विकल्प नहीं मिला। ऐसे में विवि को चाहिए कि विशेषज्ञों की निगरानी में छात्रों के कॉपी की जांच की जाए। जिससे छात्रों का नुकसान न हो सके। – प्रो. जीपी डंग, डीन, डीएवी पीजी कॉलेज