अमेरिका की सरकारी एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) में निवेश के नाम पर ठगी के आरोपी सुकांता बनर्जी और उसकी पत्नी शालिनी नासकर पर रामगढ़ताल थाने में एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है।शातिरों ने इंदिरा गांधी गर्ल्स डिग्री कॉलेज के प्रबंधक से भी करोड़ों रुपये की ठगी कर भाग गए थे। रामगढ़ताल पुलिस ने शुक्रवार को कॉलेज प्रबंधक की तहरीर पर जालसाज दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की है।रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के न्यू कॉलोनी कजाकपुर निवासी अनिल कुमार राय इंदिरा गांधी गर्ल्स डिग्री कॉलेज के प्रबंधक हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि करीब दो साल पहले लखनऊ में उनकी मुलाकात कोलकाता के थाना बारा क्षेत्र निवासी सुकांता बनर्जी से हुई थी।बातचीत के दौरान सुकांता बनर्जी और उसकी पत्नी शालिनी नासकर ने खुद को नासा से संबद्ध एक कंपनी से जुड़ा बताते हुए स्पेस शटल और न्यूक्लियर एनर्जी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों तथा दुर्लभ रेडियोधर्मी धातुओं की आपूर्ति व खरीद-फरोख्त का कारोबार करने की बात कही।जालसाज दंपती ने निवेश करने पर एक रुपये के बदले सौ रुपये तक लाभ मिलने का दावा किया।
बड़ी कमाई का भरोसा दिलाकर उन्होंने अनिल राय से करोड़ों रुपये का निवेश करवा लिया। अनिल राय ने बताया कि शुरू में लाभ मिलने की बात कहे जाने पर विश्वास और बढ़ गया।इसी बीच उनके साथ कॉलोनी में रहने वाले पदमाकर त्रिपाठी, राकेश और विजय ने भी एक करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर दिया। पीड़ित के अनुसार, सुकांता बनर्जी खुद को नासा से संबद्ध एक कंपनी का चीफ कोऑर्डिनेटर बताता था, जिससे उसकी बातों पर लोग आसानी से भरोसा कर लेते थे।कुछ समय बाद न तो कोई लाभ मिला और न ही निवेश की गई रकम वापस की गई। जब दबाव बनाया गया तो आरोपी टालमटोल करने लगे, इसके बाद संपर्क तोड़ लिया। रामगढ़ताल पुलिस ने कॉलेज प्रबंधक अनिल राय की तहरीर पर सुकांता बनर्जी और उसकी पत्नी शालिनी नासकर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की गहन जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जेल में बंद है जालसाज
पुलिस के अनुसार, सुकांता बनर्जी को 11 नवंबर को धोखाधड़ी के ही एक अन्य मामले में गिरफ्तार कर जेल भिजवाया जा चुका है। उसके जेल जाने के बाद लगातार उसके पुराने कारनामे सामने आ रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि उसने देश के अलग-अलग हिस्सों में कई लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है।
सिंचाई विभाग के ठेकेदार से भी 80 लाख की ठगी
सुकांता बनर्जी पर रामगढ़ताल क्षेत्र निवासी सिंचाई विभाग के ठेकेदार मदन मोहन शुक्ला से भी 80 लाख रुपये की ठगी का भी आरोप है। ठेकेदार के मुताबिक, मार्च 2018 में उनके परिचित कानपुर निवासी सुरेश रमानी ने उनकी मुलाकात सुकांता बनर्जी से कराई थी।सुकांता ने नासा से जुड़े कारोबार का हवाला देकर निवेश का प्रस्ताव दिया और अधिक लाभ का झांसा दिया। आरोप है कि विश्वास दिलाने के लिए उसने अमेरिकन कंपनियों, नासा, पीएम कार्यालय, एक्सिस बैंक और भारतीय रिजर्व बैंक से संबंधित पत्राचार के कथित दस्तावेज भी दिखाए।लालच में आकर ठेकेदार ने सुकांता बनर्जी, चंडीचरण अधिकारी और शालिनी नासकर को 80 लाख रुपये दे दिए। बाद में पता चला कि किसी भी निवेशक को आज तक कोई लाभ नहीं दिया गया।
सीबीआई में भी की गई शिकायत
ठेकेदार ने बताया कि रकम मांगने पर आरोपी टालमटोल करता रहा और बाद में साफ इन्कार कर दिया। आरोप है कि सुकांता बनर्जी लखनऊ का मकान बेचकर कोलकाता भाग गया और मोबाइल बंद कर लिया। इस मामले में पीड़ित ने सीबीआई मुख्यालय नई दिल्ली में भी शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं की जांच कर आरोपियों के नेटवर्क का पता लगाया जाएगा।







