शहर में वाल्मीकि जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। लोगों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। चिरंजीपुर स्थित वाल्मीकि मंदिर से शुरू हुई यात्रा मेन बाजार, पहाड़ी गली, डाकपत्थर तिराह होते हुए वापस वाल्मीकि मंदिर के पास संपन्न हुई। इसमें राम, सीता, लक्ष्मण, महर्षि वाल्मीकि और लव कुश की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। शोभायात्रा में सबसे आगे महर्षि वाल्मीकि और लव-कुश का स्वरूप लिए पात्र चल रहे थे। उनके पीछे महर्षि वाल्मीकि की पालकी चल रही थी। बैंड की धुन पर महिला-पुरुष नृत्य करते हुए शोभायात्रा के साथ-साथ चल रहे थे।
जगह-जगह प्रसाद के स्टाल लगाकर यात्रा में शामिल लोगों को प्रसाद वितरित किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, व्यापार मंडल, सिविल सोसाइटी से जुड़े लोगों ने शोभायात्रा पर पुष्पवर्षा की। वाल्मीकि समाज के प्रधान अमरदीप सिंह टांक ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समाज के सामने प्रभु श्रीराम का आदर्श चरित्र पेश किया। महर्षि ने यह भी साबित किया कि मेहनत और लगन से व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर सकता है। शोभायात्रा में सोनू पुहाल, विवेक टांक, कमलराज, नरेश, मोहर सिंह, सुमित टांक, विनीत, संजू, अनुपमा टांक, विशाल, संजय पुहाल आदि शामिल रहे।