राजधानी में शनिवार का दिन भगवान शिव के नाम रहा। शिव भक्ति के सुरों में सजी द्रोणनगरी में लागी मेरी तेरे संग लगी हो मेरे शंकर जैसे भजनों पर भक्त जमकर झूमे। टपकेश्वर महादेव भव्य शृंगार कर भ्रमण पर निकले तो भक्त मोहित होकर उन्हें निहारते नजर आए। शिवाजी धर्मशाला से सुबह के समय जैसे ही शोभायात्रा शुरू हुई तो शहर भगवान शिव की भक्ति में डूब गया। भक्तों का सैलाब इतना रहा कि शोभायात्रा को चार किमी की दूरी तय करने में करीब 10 घंटे का समय लग गया। शोभायात्रा में पहली बार शामिल चारों धामों की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। कई जगहों पर शोभायात्रा पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई।
श्री टपकेश्वर महादेव सेवादल की ओर से निकाली गई शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। मुख्यमंत्री ने महंत कृष्णा गिरी महाराज और दिगंबर भरत गिरी महाराज को पटका पहनाकर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने ज्योत प्रज्वलित कर पूजा-अर्चना की। शोभायात्रा सहारनपुर चौक, झंडा बाजार, पलटन बाजार, घंटाघर, बिंदाल, कैंट क्षेत्र, डाकरा बाजार, गढ़ी कैंट चौक होते हुए टपकेश्वर मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में श्रद्धालु उत्साह के साथ शामिल हुए।
देखने को मिले शिव के कई स्वरूप
शोभायात्रा में भगवान शिव के कई स्वरूप देखने को मिले। चारों धाम श्री रामेश्वर, श्री द्वारिकाधीश, श्री जगन्नाथपुरी, श्री बेलूर मठ की झांकियों के दर्शन हुए। भगवान टपकेश्वर के तीन डोले श्री दूधेश्वर, श्री पत्तेश्वर व श्री देवेश्वर मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। भगवान गणेश, श्रीराम समेत 45 झांकियों ने विशाल आकार दिया। इस मौके पर विधायक सविता कपूर, विधायक खजानदास, सेवादल के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता, महेश खंडेलवाल, अनुज गुप्ता, मनमोहन जयसवाल, विनय वर्मा आदि मौजूद रहे।