कृषि उत्पादन मंडी समिति ज्वालापुर हरिद्वार परिसर में 18 नई दुकानें बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। इन्हें छह माह में तैयार करने के बाद आवंटन का लक्ष्य रखा गया है। दुकानों का आवंटन होने से आढ़तियों को राहत मिलेगी। ज्वालापुर मंडी में 520 के आसपास लाइसेंस धारक आढ़ती हैं। जो मंडी में फल, सब्जी, गेहूं, चावल आदि बेचने और बिकवाने का कार्य करते हैं। इन आढ़तियों को सब्जी मंडी परिसर में समय-समय पर दुकानें भी आवंटित की जाती हैं। मंडी प्रशासन की ओर से अब तक लगभग 360 आढ़तियों को दुकानों का आवंटन किया जा चुका है।
करीब 150 आढ़ती बिना दुकानों के मंडी परिसर में काम कर रहे हैं। एेसे में उन्हें कारोबार करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।अब मंडी प्रशासन की ओर से 18 नई दुकानों का निर्माण किया जाएगा। इन दुकानों को बनाने के लिए टेंडर भी मंडी की निर्माण इकाई की ओर से छोड़ दिए गए हैं। दुकानों को बनाने के लिए एक सप्ताह के भीतर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि नए वित्तीय वर्ष में दुकानें बनाकर आवंटित कर दी जाएंगी। इससे आढ़तियों को कारोबार करने में मदद मिलेगी। संवाद
चार साल बाद हुआ था दुकानों का आवंटन
चार साल बाद ज्वालापुर सब्जी मंडी में करीब पांच माह पूर्व बनाई गई दुकानों का आवंटन किया गया था। इनमें 12 दुकानें और तीन गोदाम थे। जिन्हें मंडी प्रशासन की ओर से आढ़तियों को दिया गया था। इससे पहले 2019 में मंडी प्रशासन की ओर से आठ दुकानों का निर्माण कर आढ़तियों को आवंटन किया गया था। अब फिर से नई दुकानें बनने जा रही हैं।मंडी परिसर में दुकानें बनाने का कार्य दो से तीन दिन के भीतर शुरू हो जाएगा। दुकानें बनने के बाद नियमानुसार आढ़तियों को आवंटित की जाएंगी, जो मानकों को पूरा करेगा, उन्हें दुकानें मिलेंगी। – लवकेश गिरी, सचिव, मंडी समिति, हरिद्वार







