रुद्रपुर नेशनल हाईवे पर दिनदहाड़े रोडवेज बस चालक पर फायर करने के मामले में पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मामले में गिरफ्त से बाहर चल रहे दो अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने सोमवार को पुलिस कार्यालय में बताया कि बरेली के थाना बिथरी चैनपुर के ग्राम परताशपुर निवासी यूपी रोडवेज में चालक सतीश यादव ने कोतवाली में तहरीर दी थी। उनका कहना था कि वे 22 फरवरी की दोपहर वह बरेली डिपो की बस काे लेकर काशीपुर जा रहा था। बस में कंडक्टर सुनील कुमार और चार सवारियां थीं।काशीपुर रोड पर एक बरात घर से थोड़ा आगे पास नहीं देने पर बाइक और स्कूटी सवार चार युवकों ने बस को रोकने का इशारा किया।
बस नहीं रोकने पर पहले बाइक सवार और फिर स्कूटी सवार युवक ने उन पर फायर किया। इसमें एक गोली बस के शीशे को छेदकर सिर के ऊपर से निकलती हुई उनकी सीट के ऊपर लगे टिन में घुस गई। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक स्कूटी और बुलेट बाइक पर चार संदिग्ध दिखे, जिन्हें चालक ने पहचान लिया।जांच में प्रियांशु बाठला, प्रथमपाल, अक्षय सागर और हर्षदीप सिंह के नाम प्रकाश में आए। रविवार की रात मुखबिर की सूचना पर वन स्टाॅप सेंटर ब्लाॅक रोड रुद्रपुर के पास से वार्ड 30 आदर्श काॅलोनी निवासी प्रियांशु और मंजना थाना नवाबगंज जिला फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश) और हाल रायल रेजीडेंसी बगवाड़ा निवासी प्रथम पाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। टीम दो अन्य आरोपियों हर्षदीप और अक्षय की तलाश में जुटी है।
पुलिस की गोल के डर से किया आत्मसमर्पण
पुलिस ने आरोपियों कब्जे से फायरिंग में इस्तेमाल तमंचे के साथ एक कारतूस और स्कूटी बरामद की है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके पास तमंचा था लेकिन उन्होंने गोली चलाने के बजाए आत्मसमर्पण कर दिया। भय था कि उनकी ओर से गोली चलाने पर पुलिस की जवाबी फायरिंग उनको न गोली लग जाए।
आरापी बोले-चालक ने किया था पीटने का इशारा
अभियुक्तां ने पूछताछ में बताया कि घटना वाले दिन चारों काशीपुर रोड पर जा रहे थे। रोडवेज बस के चालक ने उनको जानबूझकर पास नहीं दिया। उल्टा खिड़की से हाथ बाहर निकालकर पीटने का इशारा किया। इस पर हर्षदीप को गुस्सा आ गया था। उसने चालक को सबक सिखाने की बात कही। हर्षदीप और प्रथम के पास लोडेड तमंचा था। पहले अक्षय और फिर हर्षदीप ने चालक पर फायर किया था। इसके बाद चारों बिलासपुर की ओर भाग गए। टीम में एसएचओ मनोज रतूड़ी, एसएसआई ललित रावल, नवीन बुधानी, चंदन बिष्ट, देवेंद्र मेहता आदि मौजूद रहे। एसएसपी ने खुलासे में शामिल टीम को पांच हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।