जसपुर। ओमती हत्याकांड को एक सप्ताह भी नहीं गुजरा कि बदमाशों ने किशोरी को अपनी हवस का शिकार बना लिया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। घटना से परिजनों समेत ग्रामीणों में आक्रोश है। पुरानी घटनाओं को लेकर भी लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।बीडीसी सदस्य पति सुरजीत सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में गांव के लोग बड़ी संख्या में घटना के बाद सरकारी अस्पताल में जमा हुए। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों किशोरी के चचेरे भाई राजीव पर बदमाशों ने चाकू से हमला किया था। एक सप्ताह पहले ओमवती देवी की हत्या कर दी गई। तालबपुर निवासी पटवारी की मौत के मामले में भी पुलिस का रवैया ठीक नहीं था। इन सब घटनाओं को लेकर भी ग्रामीणों में गुस्सा था। उन्होंने किशोरी के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। बीडीसी सदस्य पति ने बताया कि किशोरी के पिता एनडीपीएस मामले में जेल में बंद हैं। परिजन उन्हें बुलाने की मांग कर रहे हैं। एसपी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि दिखवाया जा रहा है कि किशोरी के पिता कब जेल में गए हैं। पेरोल की मांग के लिए न्यायालय में कानूनी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है। बुधवार को उनका पूरा प्रयास रहेगा कि पेराल की प्रक्रिया के लिए कागजी कार्रवावाई की जाए।
पुलिस कर्मी पर अभद्रता का आरोप लगा भड़की भीड़ ने लपकना पुल पर लगाया जाम
जसपुर। ग्रामीणों ने पुलिस कर्मी पर अभद्रता का आरोप लगाया। उन्होंने लपकना पुल पर सड़क को जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इससे मामला और गरमा गया। सड़क जाम करने वाले लोगों का कोई नेतृत्व नहीं कर रहा था। इस वजह से पुलिस को भीड़ से बातचीत करने में दुश्वारी भी हुई। हालांकि कई सामाजिक लोगों ने समझाया लेकिन उनका एक ही कहना था कि आरोपी पुलिसकर्मी को उनके सामने लाया जाए। अस्पताल में ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे बीडीसी सदस्य पति सुरजीत ढिल्लों की भी लोग अब सुनने को तैयार नहीं हुए। सीओ दीपक सिंह ने बताया कि किसी भी पुलिसकर्मी ने किसी के साथ कोई अभद्रता नहीं की है। लोग बेवजह का आरोप लगा रहे हैं। उधर, भीड़ बढ़ता देख पुलिस को आसपास के थाना क्षेत्र से फोर्स बुलाना पड़ा। लोग घटना को लेकर बहुत ज्यादा आक्रोशित थे। भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज, शीतल जोशी, बलराम तोमर आदि कई लोगों ने भी भीड़ को समझाने का प्रयास किया।
किशोरी गरीब परिवार से रखती है ताल्लुक
जसपुर। किशोरी चार बहन भाईयों में सबसे बड़ी थी। उसकी माता लोगों के घरों में बतर्न मांझ कर परिवार चलाती है। पिता दो साल से एक मुकदमे में जेल में हैं। किशोरी की एक छोटी बहन और दो भाई और हैं। किशोरी की मौत से माता का रो रो कर बुरा हाल है। गांव की महिलाएं उसे दिलासा देने में लगी है। अब पुलिस से इंसाफ की गुहार लगा रही है। उसने पुलिस से पुत्री के हत्यारों को शीघ्र पकड़ने की मांग की।







