हाईकोर्ट में कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्य पूनम बिष्ट की याचिका में शिकायत की गई थी कि जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में एक वोट में ओवरराइटिंग कर छेड़छाड़ की गई थी जिसकी पुष्टि वीडियो फुटेज में की जा सकती है। याचिकाकर्ता की मांग पर हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों के चुनिंदा लोगों को वीडियो फुटेज दिखाने के निर्देश डीएम को दिए थे। इस क्रम में बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे समिति कलक्ट्रेट पहुंची। ट्रेजरी के डबल लॉक से वीडियो फुटेज निकालकर डीएम सभागार में देखी गईं।नैनीताल हाईकोर्ट की ओर से गठित समिति ने जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद की मतगणना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज व कैमरा वीडियो का बृहस्पतिवार को कलक्ट्रेट सभागार में तीन घंटे तक अवलोकन किया। एक मतपत्र से टेंपरिंग के आरोप की जांच के लिए समिति के सदस्य फुटेज पर नजरें टिकाए रखे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में न्यायालय के समक्ष पक्ष रखा जाएगा। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी दीपा दरम्वाल को 11 और कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी को 10 वोट मिले थे जबकि एक मत निरस्त हुआ था।
इस दौरान एसपी डॉ. जगदीश चंद्रा की देखरेख में भारी पुलिस बल की तैनाती रही। समिति के अलावा किसी अन्य को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गई। समिति में सरकारी पक्ष से एजी जीएस विर्क, अधिवक्ता अवनेंद्र प्रताप सिंह और अधिवक्ता राजीव बिष्ट शामिल रहे। विपक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत, वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र पाटनी और अधिवक्ता त्रिभुवन फर्त्याल मौजूद थे। नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा दरम्वाल, कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी और निर्वाचन आयोग के अधिवक्ता संजय भट्ट ने भी जिलाधिकारी की उपस्थिति में मतदान और मतगणना की पूरी प्रक्रिया की वीडियो फुटेज देखी। दीपा दरम्वाल ने बताया कि उन्होंने न्यायालय के आदेश पर संपूर्ण सीसीटीवी और वीडियो फुटेज देखी है और वह इससे पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय में अपना पक्ष रखेंगी। वरिष्ठ अधिवक्ता अवतार सिंह रावत ने कहा कि मतपत्र से छेड़छाड़ के आरोपों को देखते हुए फुटेज देखा गया। डीएम वंदना की अच्छी व्यवस्थाओं के बीच मतदान, मतों की छंटाई और गिनती की पूरी प्रक्रिया फुटेज में स्पष्ट रूप से दिखाई दी। उन्होंने कहा कि समिति अब न्यायालय में अपना पक्ष रखेगी।
जिला पंचायत चुनाव प्रकरण में सुनवाई आज
नैनीताल। जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव प्रकरण में उत्तराखंड हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होगी। यह मामला मतपत्र और वीडियो फुटेज में छेड़छाड़ के आरोप से जुड़ा है। याचिकाकर्ता पूनम बिष्ट ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि काउंटिंग के दौरान एक मतपत्र और वीडियो फुटेज से छेड़छाड़ की गई। इस पर कोर्ट ने जिला निर्वाचन अधिकारी (डीएम) को निर्देश दिए थे कि दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं और प्रत्याशियों को काउंटिंग की वीडियो फुटेज दिखाई जाए। हाईकोर्ट के निर्देश पर बृहस्पतिवार को संबंधित वीडियो फुटेज दोनों पक्षों को दिखाए गए। अब शुक्रवार को हाईकोर्ट में दोनों पक्ष इन फुटेज पर अपना पक्ष रखेंगे। इसके बाद मामले की अग्निम सुनवाई की जाएगी।
पुलिस को दें घटना के वीडियो : एसएसपी
14 अगस्त को नैनीताल में हुए जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान तथाकथित अपहरण व उनके बाद के वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहें हैं। मामले में पुलिस ने कार्रवाई के लिए वीडियो या फोटो मांगे हैं। 14 अगस्त को नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में पांच जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण होने का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व अन्य हाईकोर्ट पहुंचे। दो दिनों चले हंगामे के बीच लापता जिला पंचायत सदस्यों ने एक वीडियो जारी कर सकुशल होने की जानकारी दी। वीडियो में उन्होंने बताया कि वह अपनी मर्जी से घूमने गए हैं। इसके बाद शहर में अराजकता फैलाने वाले 10 से 15 लोगों के होटल में प्रवेश करने, उत्तराखंड को बिहार बनाने की बात और यशपाल आर्य को अपशब्द कहने का वीडियो वायरल हुआ। एसएसपी पीएन मीणा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के पास घटना की वीडियो या फोटो हो तो वह पुलिस को दे सकते हैं ताकि पुलिस घटना में शामिल अन्य लोगों को भी चिह्नित कर कार्रवाई कर सके।