हल्द्वानी शहर अतिक्रमण मुक्त हो इसके लिए नगर निगम वेंडिंग जोन बनाना चाहता है। प्रयास भी हो रहे हैं लेकिन समाधान के नक्शे पर सुविधा की यह इमारत खड़ी होने का नाम नहीं ले रही है। नतीजा यह है कि लंबी-चौड़ी कवायद के बावजूद आज तक शहर में एक भी वेंडिंग जोन स्थापित नहीं हो सका है। यह स्थिति तब है जब निगम ने शहर में वेंडर्स को चिह्नित कर उन्हें कारोबार करने के लिए प्रमाणपत्र भी जारी कर दिए हैं।निगम की ओर से पिछले दिनों सर्वे कराकर शहर में 1826 वेंडर्स चिह्नित किए गए थे। इनमें से 1200 वेंडर्स को निगम प्रमाणपत्र जारी कर चुका है। इन प्रमाणपत्र से वेंडर्स का सत्यापन भी होता है।
वेंडर्स यहां शहर के मुख्य बाजार और सड़क किनारे फड़-ठेले लगाते हैं। इससे न केवल अतिक्रमण को बढ़ावा मिलता है बल्कि यातायात भी बाधित होता है। साथ ही राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए निगम ने आठ वेंडिंग जोन चिह्नित किए। साल बीत गया लेकिन एक भी वेंडिंग जोन नहीं बना। अब निगम मंगल पड़ाव क्षेत्र में वेंडिंग जोन के लिए डीपीआर तैयार करा रहा है। दावा है कि जल्द ही वहां वेंडिंग जोन बना दिया जाएगा। अब देखना यह है कि निगम का यह दावा कब हकीकत में तब्दील होता है।
यहां है सबसे अधिक अतिक्रमण
पटेल चौक, मीरा मार्ग, नल बाजार, तिकोनिया, वर्कशाप लाइन, मंगल पड़ाव, साहूकारा लाइन, सदर बाजार, रोडवेज स्टेशन, नैनीताल रोड, कालाढूंगी रोड, कॉल टैक्स रोड, क्रियाशाला, रामपुर रोड, बरेली रोड।
चालान कर जिम्मेदारी निभाता है नगर निगम
शहर को स्थायी रूप से अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए आज तक पहल नहीं हुई। जब कभी अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाए गए तब या तो फड़-खोखे वालों का सामान जब्त कर लिया गया या फिर मामूली जुर्माना लगाकर जिम्मेदारी पूरी कर दी जाती है। ऐसा भी होता है कि फड़-खोखे वाले कई बार जब्त सामान नगर निगम से छुड़ा लाते हैं।
बाजार से हटना नहीं चाहते वेंडर्स
बाजार और मुख्य मार्गों से हटकर नगर निगम के पास कई जगह भूखंड हैं। निगम यहां वेंडिंग जोन बनाना चाहता है लेकिन इसके लिए वेंडर्स राजी नहीं होते हैं। उनका तर्क रहता है कि बाजार में तो ग्राहकों की आवाजाही बनी रहती है। बाजार और मुख्य मार्गों से हटकर कौन खरीदारी करने आएगा।
क्या कहते हैं कारोबारी
बाजार में चाय का ठेला लगाकर परिवार पाल रहा हूं। निगम के अधिकारी कई बार चालान कर जाते हैं। इससे आर्थिक नुकसान होता है। निगम को वेंडिंग जोन बनाने चाहिए। -मोहन सिंह कारोबारी।
नैनीताल रोड पर पूड़ी-कचौड़ी बेचकर गुजर-बसर करता हूं। जब भी कोई वीआईपी आता है तो निगम हमें सड़क से हटा देता है। इससे कारोबार पर प्रभावित होता है। – राधेश्याम कारोबारी
पहले क्रियाशाला रोड पर फल का ठेला लगाता था, निगम ने चालान किया तो वहां से हटना पड़ा। अब कभी रामपुर रोड पर खड़ा हो जाता हूं तो कभी नैनीताल रोड में। निगम हमसे तहबाजारी वसूलता है। हमारे लिए स्थायी ठिकाना बनाया जाना चाहिए। – सुरेश कुमार कारोबारी
नगर निगम वेंडिंग जोन बनाने के लिए प्रयासरत है। शहर में कुछ स्थान चिह्नित किए गए हैं। एक-दो स्थानों के नक्शे भी तैयार करा लिए गए हैं। डीपीआर बनवाई जा रही है। मंगल पड़ाव में वेंडिंग जोन जल्द अस्तित्व में आ जाएगा। यदि कोई व्यक्ति अपने निजी भूखंड पर वेंडिंग जोन बनाना चाहता है तो निगम कुछ औपचारिकताएं कराकर उसे रेगुलाइज कर सकता है। – ऋचा सिंह नगर आयुक्त हल्द्वानी।