दुर्ग से गिरफ्तार नन मामले में बड़ा अपडेट आया है। इस मामले में बेल एप्लिकेशन पर एनआईए कोर्ट ने निर्णय सुनाते हुए याचिकाकर्ताओं को बड़ी राहत देते हुए उन्हें बेल ग्रांट कर दिया है। कल बिलासपुर एनआईए कोर्ट में इस मामले में सुनवाई पूरी हो गई थी और दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने फैसले को सुरक्षित रख लिया था। बीते दिनों दो नन की दुर्ग से गिरफ्तारी हुई थी,दोनों पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप में कार्रवाई की गई थी। जानकारी दें कि बीते 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन में धर्मांतरण और ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर जमकर बवाल हुआ था।
2 मिशनरी सिस्टर (नन) और एक युवक पर 3 आदिवासी युवतियों को UP के आगरा में काम दिलाने के बहाने बेचने ले जाने का आरोप लगाया गया,इन्हें बजरंग दल से जुड़े लोगों ने पकड़ा था। मामला भिलाई थाना-3 के दुर्ग जीआरपी चौकी का है। जानकारी के मुताबिक नारायणपुर की युवतियों को आगरा ले जाने वालों का नाम सुखमन मंडावी और मिशनरी सिस्टर प्रीति और वंदना है। ये तीनों लोग कमलेश्वरी, ललिता और सुखमति नाम की युवती को आगरा लेकर जा रहे थे। फिलहाल दोनों नन दुर्ग जेल में बंद है । अब एनआईए कोर्ट के निर्णय के बाद जल्द इनकी रिहाई की संभावना है ।