Sunday, September 21, 2025
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ड्रग्स की भी ठम-ठम विभाग ने की कार्रवाई किसी ने व्हिस्की पिलाई किसी ने पिलाई रम

प्रदेशभर में निकाय चुनाव के लिए जमकर शराब और मादक पदार्थ इस्तेमाल किए जा रहे हैं। आबकारी और पुलिस की कार्रवाई से साफ हो रहा कि कोई व्हिस्की पिला रहा, तो कोई रम, कोई ड्रग्स दे रहा है, तो कोई अन्य मादक पदार्थ।निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इस बार सख्त कार्रवाई हो रही है। अब तक सात करोड़ रुपये से अधिक के मादक पदार्थ और 37 लाख से अधिक की शराब पकड़ी जा चुकी है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पुलिस और आबकारी की टीमें निकाय चुनाव में शराब, पैसे, मादक पदार्थ की सप्लाई की निगरानी कर रही हैं।

आयोग के सचिव राहुल गोयल ने बताया, अब तक सभी जिलों में 5,975 लीटर शराब पुलिस और 2,749 लीटर शराब आबकारी विभाग पकड़ चुका है। इसी प्रकार पुलिस ने अब तक 216 किलो ड्रग्स व अन्य मादक पदार्थ बरामद किए हैं। यह सभी सामग्री गैर कानूनी तरीके से चुनाव के लिए लाई गई थी।बताया, अब तक कुल 7,78,09,617 रुपये कीमत के मादक पदार्थ और 37,56,566 रुपये कीमत की शराब बरामद की जा चुकी है। संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस और आबकारी की टीमों ने कार्रवाई की है।

लोकगायक नेगीदा का गीत खोलता है चुनाव की पोल
चुनाव में शराब की बड़ी भूमिका पर उत्तराखंड के मशहूर लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी का गीत आज भी सामयिक है। यह गीत वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर मजाकिया लहजे में गहरी चोट करता है। इसमें चुनावों के दौरान रुपये और शराब बांट कर वोट बटोरने वाले नेताओं पर निशाना साधा गया है। गाने का लब्बो-लुआब ये है कि एक दल के निशान से चुनाव लड़ने वाले दल ने व्हिस्की पिलाई और दूसरे के निशान वाले राजनीति दल ने रम पिलाकर आवभगत की। छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवारों ने कच्ची शराब से ही हमारे वोट खरीदने की कोशिश की। ऐसे चुनाव में तो मजे ही मजे हैं, दारू भी मिलती है और पैसा भी।निकाय चुनाव में शराब, ड्रग्स और धनबल रोकने के लिए पूरी सख्ती की जा रही है। पुलिस, आबकारी, प्रशासन की टीमें राज्य और जिलों के स्तर पर निगरानी व कार्रवाई कर रही हैं। –सुशील कुमार, निर्वाचन आयुक्त

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