देहरादून, 12 जनवरी 2025:
देहरादून में जिलाधिकारी के निर्देशों पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने के प्रयास अब रंग लाने लगे हैं। शिक्षा, योग, संगीत, और खेल के माध्यम से इन बच्चों को बेहतर भविष्य की राह पर अग्रसर करने के लिए जिले में “आधुनिक इंटेंसिव केयर शेल्टर” स्थापित किया गया है।
शनिवार को उपजिलाधिकारी (सदर) हरिगिरि ने साधुराम इंटर कॉलेज में बनाए गए इस आधुनिक इंटेंसिव केयर शेल्टर का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां रह रहे बच्चों के साथ बातचीत की और उनकी दिनचर्या के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने बच्चों को शिक्षा और खेल के प्रति प्रेरित किया।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम हरिगिरि ने शेल्टर में चल रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बच्चों के रहने, भोजन, और शिक्षा से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। शेल्टर में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल, कला, और योग जैसी गतिविधियों में संलग्न कर उनका मानसिक और शारीरिक विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।
भिक्षावृत्ति से मुक्ति की दिशा में विशेष पहल
शहर में भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को रेस्क्यू कर इस आधुनिक केयर सेंटर में लाया जा रहा है। यहां बच्चों को पढ़ाई के साथ ही विभिन्न रचनात्मक और मनोवैज्ञानिक गतिविधियों के माध्यम से उनकी सोच और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान का उद्देश्य इन बच्चों को एक स्थिर और उज्ज्वल भविष्य देना है।
अधिकारियों ने की उपस्थिति
निरीक्षण के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, अधीक्षण अभियंता आरईएस अनिल गुप्ता, अधिशासी अभियंता अनिल कुमार, सहायक अभियंता श्री रावत, और जूनियर अभियंता मुकेश रमोला समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यह अभियान समाज के उन वंचित वर्गों को सशक्त करने का एक बड़ा कदम है, जो मुख्यधारा से कटे हुए हैं। जिलाधिकारी के इस प्रयास को जनता और प्रशासन की सराहना मिल रही है।