प्रदेशभर की जेलों से कोरोना काल में पेरोल पर छोड़े गए करीब 580 बंदी और कैदियों के वापस सरेंडर न करने का मामला अभी पुलिस और प्रशासन के लिए सिरदर्द बना ही हुआ है। अब दो और कैदियों के भागने से फरार कैदियों की संख्या में इजाफा हो गया। हरिद्वार में हुए इस कांड के बाद प्रदेशभर से फरार बंदी-कैदियों का मामला फिर से तूल पकड़ गया है। पिछले हफ्ते ही खुलासा हुआ है कि प्रदेशभर की जेलों में बंद करीब 580 बंदी-कैदियों को कोरोना काल में पेरोल पर छोड़ा गया था। कोरोनाकाल के दौरान छोड़े गए कैदियों की वापसी नहीं होने के बाद सिरदर्दी बढ़नी शुरू हो गई।
पुलिस महानिरीक्षक डॉ. नीलेश आनंद भरणे के मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू के मुताबिक प्रदेशभर की जेलों से करीब 81 सिद्धदोष बंदियों को कोरोना काल में पेरोल पर छोड़ा गया था जबकि करीब 500 विचाराधीन बंदियों को भी छोड़ा गया था।इनमें से अब तक किसी ने भी सरेंडर नहीं किया और फरार चल रहे हैं। मामले में सभी पर इनाम घोषित करते हुए गिरफ्तारी की तैयारी में पुलिस टीमें जुटी हुई हैं। इस मामले के बाद हरिद्वार जेल से दो कैदी-बंदियों के फरार होने का मामला सामने आते ही प्रदेशभर से फरार चल रहे बंदियों का मामला भी गर्मा रहा है।