रुद्रपुर। लंबे समय से बगैर अवकाश नदारद जिले के सात डॉक्टरों की बर्खास्तगी का आदेश अब तक स्वास्थ्य महानिदेशालय से सीएमओ कार्यालय को नहीं मिला है। इन डाक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया था। सीएमओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर खटीमा में कार्यरत डॉ. अंजलि सिंह खरवार 17 जुलाई 2021 से बगैर अवकाश के नदारद हैं। सीएचसी नानकमत्ता में कार्यरत डॉ. वाजिला आबिद 18 दिसंबर 2022 से कार्यस्थल से अनुपस्थित हैं। सीएचसी नानकमत्ता में कार्यरत डॉ. खुशबू 16 जून 2023 से अनुपस्थित हैं। सीएचसी नानकमत्ता की ही डॉ. पलक शिल्पी छह दिसंबर 2023 से बगैर अवकाश के कार्यस्थल से नदारद हैं।सीएचसी सितारगंज में कार्यरत डॉ. मोहम्मद रिजवान 23 दिसंबर 2022 से कार्यस्थल पर नहीं आए हैं। उप जिला चिकित्सालय बाजपुर में कार्यरत डॉ. बरखा एक मार्च 2024 से कार्यस्थल से अनुपस्थित हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरिपुरा हरसान बाजपुर में कार्यरत डॉ. कोमल शुक्ला एक दिसंबर 2023 से अनुपस्थित हैं।
सीएमओ डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने बीते 28 अगस्त को जिले से बगैर अवकाश नदारद डॉक्टरों को बर्खास्त करने की संस्तुति स्वास्थ्य महानिदेशक को की थी। उप जिला चिकित्सालय खटीमा में कार्यरत पैथोलॉजिस्ट डॉ. गरिमा पाठक 13 दिसंबर 2021 से बगैर अवकाश के कार्यस्थल से नदारद थींं। उन्होंने महानिदेशालय के आदेश पर बीते दिसंबर में कार्यभार ग्रहण कर लिया था।बीते 25 दिसंबर को लंबे समय से नदारद डॉक्टरों को बर्खास्त करने की जानकारी सार्वजनिक हुई थी। इसकी तस्दीक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत में की थी। डॉक्टरों की बर्खास्तगी के संबंध में कोई आदेश अब तक जिले के स्वास्थ्य महकमे के पास नहीं पहुंचा है।
17 डॉक्टर फरवरी, मार्च 2024 में कर दिए थे बर्खास्त
रुद्रपुर। सीएमओ कायालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले से 17 डॉक्टर पहले भी बगैर अवकाश के नदारद थे। राज्यपाल की स्वीकृति के बाद नौ फरवरी 2024 और चार मार्च 2024 को जारी स्वास्थ्य महानिदेशालय के आदेश पर इन डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया था। बगैर अवकाश नदारद सात डॉक्टरों की बर्खास्तगी का आदेश अभी नहीं पहुंचा है। जिले से इससे पहले नदारद 17 डॉक्टरों को फरवरी-मार्च 2024 में बर्खास्त कर दिया गया था। 17 पद तभी रिक्त घोषित हो गए थे। – मनोज कुमार शर्मा, सीएमओ