विकास के दावे करने वाले विभागों की हकीकत उजागर करती एक तस्वीर गांव तल्ला जाजर कोला से सामने आई है। यहां आठ साल से सड़क का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। सड़क न होने से ग्रामीणों का जीवन कठिनाइयों से भरा है, वहीं 80 प्रतिशत आबादी पलायन कर चुकी है।ग्रामीणों के अनुसार वर्ष 2016 में लोनिवि ने 7.5 किलोमीटर लंबी सड़क की स्वीकृति दी थी लेकिन 2017 तक मात्र पांच किलोमीटर तक ही निर्माण कार्य पूरा हो सका। शेष 2.5 किलोमीटर सड़क का सर्वे और पिलरिंग कार्य तो पूरा हो गया लेकिन निविदा प्रक्रिया में गड़बड़ी और लापरवाही के कारण कार्य आठ साल से ठप पड़ा है। यह क्षेत्र फल और सब्जी उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है लेकिन सड़क न होने से ग्रामीण अपनी उपज बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
खेतों में उगाई फल-सब्जियां सड़ रही हैं जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। 2016 से पहले यहां 56 परिवार रहते थे जिसकी आबादी 224 थी। अब यहां केवल 16 परिवारों के 48 लोग ही निवास करते हैं। ग्राम प्रधान बसंत बल्लभ जोशी, तारा दत्त जोशी, चंद्रमणी, नंदकिशोर, महेश सनवाल, उमेद सिंह, मोती सिंह, जगदीश सनवाल, राजू भट्ट, गिरीशचंद्र, कविता जोशी, और हरुली देवी आदि ने सरकार व लोक निर्माण विभाग से शीघ्र टेंडर प्रक्रिया पूरी कर सड़क निर्माण की मांग की है। अभी कुछ समय पूर्व ही क्षेत्र का चार्ज मिला है। समीक्षा कर उत्तर दे पाऊंगा। –आलोक ओली, एई, लोक निर्माण विभाग



                                    



