डेंगू की पुष्टि के लिए मरीजों की एलाइजा जांच की जाती है। उप जिला अस्पताल में एलाइजा जांच मशीन उपलब्ध है, लेकिन मरीजों के सैंपल देहरादून भेजे जाते हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने में दो दिन लगते हैं। अस्पताल प्रशासन मेडिकल लैब टेक्नीशियनों की कमी का हवाला देकर मशीन के संचालन से पल्ला झाड़ रहा है। डेंगू सीजन शुरू होने जा रहा है, लेकिन उप जिला अस्पताल में स्थानीय स्तर पर डेंगू की पुख्ता जांच के इंतजाम नहीं हैं। अस्पताल में केवल डेंगू के संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों की रैपिड एंटीजन जांच की जाती है। इस जांच में पॉजिटिव आने के बाद मरीज के सैंपल को एलाइजा जांच के लिए देहरादून भेजा जाता है। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उप जिला अस्पताल विकासनगर को कोविड के दौरान 2021 में एलाइजा मशीन मिली थी। उस समय मशीन के संचालन के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया था। करीब तीन साल बीत गए, लेकिन आजतक जांच शुरू नहीं हो सकी है। मशीन शोभा की वस्तु बनी हुई है। वहीं, उप जिला अस्पताल प्रेमनगर में डेंगू की एलाइजा जांच की सुविधा दी जा रही है। जिन जिला और उप जिला अस्पतालों में एलाइजा मशीन उपलब्ध हैं, वहां डेंगू की जांच करने के लिए कहा गया है। उप जिला अस्पताल विकासनगर में भी डेंगू की एलाइजा जांच शुरू करने के निर्देश दिए जाएंगे। – डॉ. एसके जैन, सीएमओ
एलाइजा जांच मशीन है पर डेंगू की पुष्टि के लिए दून भेजे जाते हैं सैंपल
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