श्रीनगर। गढ़वाल के सबसे बड़े अस्पताल बेस अस्पताल श्रीकोट में बर्न यूनिट तक नहीं है। जबकि ये अस्पताल श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के अधीन है. फिर भी पिछ्ले एक साल से यहां बर्न यूनिट ठप पड़ी हुई है। अक्सर दीपावली में आतिशबाजी के चक्कर में कई लोग झुलस जाते हैं। ऐसे में उन्हें देहरादून या ऋषिकेश की दौड़ लगानी पड़ती है। ऐसे हालात में मरीज की स्थिति सुधरने के बजाय इतना लंबा सफर तय करने के बाद और भी ज्यादा बिगड़ जाती है।
श्रीनगर बेस अस्पताल में नहीं है बर्न यूनिट। अब दीपावली का त्योहार भी आ गया है। दिवाली के समय आतिशबाजी के दौरान कई लोग झुलस जाते हैं। ऐसे में अस्पतालों में बर्न केस एकाएक बढ़ जाते हैं, लेकिन श्रीनगर बेस अस्पताल (श्रीकोट) में बर्न यूनिट ही नहीं है। जिसके चलते रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी, टिहरी से आने वाले मरीजों को यहां से निराश होकर देहरादून या ऋषिकेश जाना पड़ता है। ऐसे में मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासी संजय कुमार बताते हैं कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज गढ़वाल का सबसे बड़ा अस्पताल । लेकिन यहां बर्न यूनिट तक नहीं है। जिससे जब कोई बड़ी घटना होती है तो मजबूरन लोगों को देहरादून या ऋषिकेश जाना पड़ता है। ऐसा तब है, जब स्थानीय विधायक खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री हैं। उन्होंने सरकार से बेस अस्पताल में बर्न यूनिट खोलने के साथ डॉक्टर की तैनाती किए जाने की मांग उठाई है.बेस अस्पताल में 54 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट बन रही है। इसके बाद बर्न पेशेंट का इलाज अस्पताल में ही किया जा सकेगा. जल्द ही ब्लॉक बनकर तैयार होने वाला है. – डॉ. सीएमएस रावत, प्रिंसिपल, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज