हल्द्वानी शहर के रामपुर रोड पर मंगलवार दोपहर मधुमक्खियों ने एकाएक लोगों पर हमला कर दिया। मधुमक्खियों के झुंड से जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागते नजर आए। इससे हाईवे पर अफरातफरी मच गई। इस दाैरान टीपीनगर चाैराहे से देवलचाैड़ तक सड़क पर सन्नाटा पसर गया।मंगलवार दोपहर करीब दो बजे रामपुर रोड पर देवलचाैड़ के पास का है। कुछ लोग बैंक पहुंचे थे तो कुछ पास ही में स्थित पेट्रोल पंप में वाहनों में ईंधन भरवाने के लिए खड़े थे। इस दाैरान मेहता चैरिटेबल हाॅस्पिटल की ओर जाने वाले मार्ग के पास स्थित पेड़ पर लगे मधुमक्खी के छत्ते को किसी ने छेड़ दिया। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही मधुमक्खियों ने लोगों पर हमला बोल दिया। इससे वहां अफरातफरी मच गई। लोग अपनी सुरक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे। कुछ लोग आपस की दुकानों में घुसे तो कुछ ने कपड़ों से खुद को पूरी तरह ढक लिया।
रोने लगे लोग
मधुमक्खियों ने राह चलते लोगों के साथ ही बाइक सवारों को भी काटा। कई लोग तो मधुमक्खी का डंक इतने जोर से लगा कि वे रोने लगे। कुछ युवा तो कमीज ओर शर्ट उतारकर मधुमक्खियों को भगाने की नाकाम कोशिश कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमले में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
धुआं लगाकर भगाया
स्थानीय दुकानदार कैलाश लोहनी ने बताया कि मधुमक्खियों से जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागते रहे। करीब एक घंटे तक मधुमक्खियों का प्रकोप रहा। उन्हें बचाव में धुआं लगाना पड़ा। आगरा से यहां बैंक में फर्नीचर का काम करने पहुंचे रमेश ने बताया कि वह खाना खाने जा रहा था तभी उसे मधुमक्खियों ने काट दिया। उसे बहुत तेज दर्द हो रहा है।
मधुमक्खी काटे तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में कराएं इलाज
वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ. नीलांबर भट्ट का कहना है कि यदि मधुमक्खियां बहुतायत में किसी को काट लें और शरीर में सूजन आ जाए तो ऐसे व्यक्ति को तुरंत अस्पताल जाकर इलाज कराना चाहिए। मधुमक्खियों के काटने से उनके डंक के जहर का शरीर में फैलने का खतरा बना रहता है जिसे मेडिकल की भाषा में एनाफेलेक्सिस कहा जाता है। रिएक्शन से बचने के लिए पीड़ित को एंटी एलर्जी इंजेक्शन लगाया जाता है। शरीर में ज्यादा जगह काट लेने की स्थिति में कई बार पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत और उल्टी व सिर दर्द की शिकायत होती है। ऐसी स्थिति में नजदीकी अस्पताल जाकर इलाज कराना चाहिए।







