किच्छा के पुलभट्टा पुलिस ने तीन दिन से लापता बंटी की गुत्थी सुलझाते हुए हत्या के आरोप में उसके तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया है। तीनों ने चोरी किए चावल के कट्टे को बेचकर मिले ढाई हजार रुपये में हिस्सा नहीं मिलने पर बंटी की पाटल से वारकर बेरहमी से हत्या की थी। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। ग्राम सतुईया निवासी गुड्डी देवी ने 11 फरवरी को पुलभट्टा थाने में तहरीर दी। इसमें उसने अपने पति बंटी के नौ फरवरी की देर शाम से लापता होने की बात कही। महिला की ओर से जताए गए शक के आधार पर पुलिस ने सतुईया के रहने वाले बंटी के दोस्त विपिन, विशाल उर्फ वियेश और सूरज को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उन्होंने एक फार्म के पीछे स्थित खंडहर में बंटी की हत्या की बात स्वीकारी। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने शव बरामद कर लिया। घटनास्थल के पास से ही केले के पेड़ के नीचे बंटी का मोबाइल और झाड़ियों से हत्या में प्रयुक्त पाटल बरामद कर लिया। खुलासा करने वाली टीम में थानाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा, एसआई पंकज कुमार, एसआई धीरज वर्मा, प्रकाश चन्द, फिरोज खान, धरमवीर सिह व चारू पंत थे।
साथ मिलकर करते थे चोरी
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के अनुसार पूछताछ में तीनों ने बताया कि बंटी उनका दोस्त था। वे मिलकर छोटी-मोटी चोरियां और झपटमारी करते थे। इनसे मिले रुपयों से नशा करते थे। कुछ दिन पहले उन्होंने चलते ट्रक से चावल का कट्टा चोरी किया था। इसको बेचकर ढाई हजार रुपये मिले थे। सारी रकम खुद रखेते हुए बंटी ने उन्हें रुपये देने से इन्कार कर दिया। इससे नाराज होकर ही उन्होंने बंटी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
वारदात से पहले किया स्मैक और शराब का नशा
एसएसपी ने बताया कि रविवार शाम तीनों आरोपी योजनाबद्ध तरीके से बंटी को नशा करने के लिए गांव में इंद्रजीत के फार्म के पीछे सुनसान खंडहर में स्थित कमरे में ले गए। चारों ने कमरे में स्मैक और शराब का नशा किया था। बंटी को अधिक नशा हो गया था। इस पर तीनों ने उससे रुपये मांगे लेकिन उसने रुपये देने से इन्कार कर दिया। इस पर तीनों ने पाटल से कई वार कर बंटी की हत्या कर दी। आरोपियों ने बंटी की तलाशी ली थी लेकिन मोबाइल के अलावा कुछ नहीं मिला था। बताया कि मृतक के खिलाफ लूट और आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है। पुलिस तीनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
परिवार का सहारा था बंटी
बंटी के परिवार में पत्नी गुड्डी, दो बच्चे और मां सविता के अलावा एक बहन पूजा है। बंटी घर का अकेला कमाऊ सदस्य था। बंटी की मौत के बाद परिवार के सामने जीवन यापन का कोई सहारा नहीं बचा है। जिस रात बंटी की हत्या हुई, तब उसकी मां महाकुंभ में स्नान करने गई हुई थी। उसको वापस लौटने पर ही बंटी के लापता होने की सूचना मिली। पुलिस की सक्रियता से 12 घंटे के अंदर ही हत्याकांड का खुलासा हो पाया।