हल्द्वानी। सुखी दाम्पत्य जीवन और पति की दीर्घायु के लिए करवाचौथ का निर्जला व्रत शुक्रवार 10 अक्तूबर को रखा जाएगा। सिद्धि योग, कृतिका नक्षत्र और वृष राशि में चंद्रमा होने से व्रती महिलाओं को लाभ मिलेगा। इस बार व्रत की अवधि करीब साढ़े 13 घंटे की होगी। ज्योतिष अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि करवाचौथ के दिन चंद्रमा वृष राशि में रहेंगे और शुक्रवार का दिन होने से शुभ फल प्राप्त होंगे। बताया कि व्रत में सूर्योदय से पूर्व सरगी खाई जाती है। इसके लिए सुबह चार से साढ़े पांच बजे तक का समय शुभ है। व्रत सुबह 6.16 बजे से शुरू होगा और शाम चंद्रोदय तक लगभग 13 घंटे 32 मिनट का रहेगा। चंद्रोदय और चंद्र अर्घ्य समय रात्रि 8.03 मिनट से 9.10 बजे तक श्रेष्ठ है। सायंकालीन पूजा का शुभ मुहूर्त 5.16 बजे से 6.29 बजे तक रहेगा।







