गंगा दशहरा की सुबह से ही त्रिवेणीघाट, पूर्णानंद घाट, बहतर सीढ़ी, लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम और मुनि की रेती क्षेत्र के गंगा घाट और तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शाम तक श्रद्धालु गंगा में स्नान करते रहे। त्रिवेणीघाट पर दोपहर करीब 12 बजे गंगा सभा समिति की ओर से गंगा आरती का आयोजन किया गया। शीशमझाड़ी स्थित ईश्वरदास आश्रम में गंगा दशहरा पर्व पर संत समाज के लिए भंडारे का आयोजन किया गया। आश्रम के महामंडलेश्वर ईश्वरदास महाराज ने बताया कि इसी दिन रामेश्वरधाम की स्थापना हुई थी। हरिद्वार रोड, मुख्य बाजार आदि जगहों पर विभिन्न संगठनों के लोगों ने पर्यटक और स्थानीय लोगों को शर्बत वितरित किया। देरशाम श्रद्धालुओं ने गंगा में दीपदान कर मां गंगा से परिवार की खुशहाली और सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। मठ, मंदिर और गंगा घाट, तटों पर श्रद्धालुओं ने धूमधाम के साथ गंगा दशहरा मनाया। मठ-मंदिरों में संत समाज ने विधि-विधान से मां गंगा की पूजा की। वहीं, गंगा घाटों और तटों पर लोगों ने मां गंगा का आचमन कर गंगा में स्नान किया।
गंगा दशहरा पर लगाई छबील
डोईवाला। नगर चौक स्थानीय व्यापारियों की ओर से गंगा दशहरा के उपलक्ष्य छबील आयोजित की गई। व्यापारियों की ओर से राहगीरों को शर्बत वितरित किया गया। इससे पहले मां गंगा की विधि विधान से पूजा अर्चना कर खुशहाली की प्रार्थना की गई। कार्यक्रम आयोजक राकेश गुप्ता, नीरज सिंघल, मनुज गुप्ता, राहुल अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, डॉली अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। दूसरी ओर, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने डोईवाला महाविद्यालय के समीप छबील लगाकर लोगों को ठंडा शर्बत वितरित किया।