ठाकुरपुर रोड निवासी हिमांशु कुमार, अहसान निवासी क्लेमेंटटाउन और रिहान हुसैन निवासी कारगी ग्रांट बंजारावाला ने शिकायत की है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी मुलाकात आनंद गुप्ता और उसकी पत्नी तान्या गुप्ता से हुई थी। ये दोनों रेनी एमीग्रेशन नाम की कंपनी चलाते हैं। हिमांशु से पिछले साल दिसंबर में दुबई की डी मेरिडियन नामक कंपनी में नौकरी के नाम 1.80 लाख रुपये लिए गए और उसे टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेज दिया। कबूतरबाज दंपती ने विदेश भेजने के नाम पर तीन युवकों से चार लाख रुपये से ज्यादा ठग लिए। आरोपियों ने युवकों को अलग-अलग कंपनियों के फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर उन्हें टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेज दिया। युवकों की वहां नौकरी नहीं लगी। इनमें से एक युवक को तो दुबई ने स्थायी रूप से बैन भी कर दिया। अपने खर्च पर युवक वहां रुके और अब आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी दंपती के खिलाफ वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
वहां संपर्क किया तो पता चला कि नौकरी ही नहीं है। इस पर उसे एक दूसरी कंपनी का नियुक्ति पत्र भेज दिया गया। वहां पता चला कि यह भी फर्जी है। हिमांशु तीन महीने दुबई में रहा और फिर वापस आ गया। इसी तरह अहसान को अजरबैजान की कंपनी में पैकिंग के काम में 800 डॉलर मासिक वेतन का झांसा दिया। पीड़ित वहां पहुंचा तो 200 डॉलर वेतन बताया गया। अहसान को आनंद गुप्ता ने वहां से दुबई में काम ने करने भेजा। वहां अहसान के साथ धोखा हुआ और स्थायी रूप से यूएई में बैन कर दिया गया। पीड़ित अपने खर्च पर 30 अप्रैल को भारत वापस आया। रिहान हुसैन इसी तरह 1.60 लाख रुपये लेकर दुबई भेज दिया गया। वहां जिस कंपनी में नौकरी के लिए भेजा गया, उस नाम की कंपनी नहीं मिली। वह भी 26 मार्च को भारत वापस लौटा। एसओ वसंत विहार महादेव उनियाल ने बताया कि आरोपी दंपती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।I