सिमरन सीएनआई गर्ल्स स्कूल की 12वीं की छात्रा हैं। उन्होंने बोर्ड परीक्षा में 94.60 प्रतिशत अंक के साथ प्रदेश में दसवां स्थान हासिल किया है। जबकि, जिले में वे दूसरे स्थान पर रहीं। बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर दून की सिमरन ने जिले का नाम रोशन किया है। वह आगे की पढ़ाई कर आईएएस अफसर बन देश की सेवा करना चाहती हैं। सिमरन ने 10वीं में भी स्कूल में टॉप किया था। कैनाल रोड निवासी सिमरन ने बताया कि उनके पिता गुरमीत सिंह वेल्डिंग का काम करते थे। उसी से घर का खर्च चलता था, लेकिन पिछले कुछ समय से पिता बीमार हैं। इसके चलते वह काम नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में घर में आर्थिक समस्या भी खड़ी हो गई है। इस माहौल में पढ़ाई करना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। ऐसे में विद्यालय की प्रधानाचार्य विनीता मार्टिन ने आर्थिक मदद करने के साथ ही परीक्षा की तैयारी में भी सहयोग किया।
डॉक्टर बनना चाहती हैं मेधावी सुम्मया
10वीं में 95.4 प्रतिशत अंक हासिल कर जीआईसी मेहूंवाला में टॉप करने वाली छात्रा सुम्मया डॉक्टर बन जरूरतमंदों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना चाहती हैं। सुम्मया ने स्कूल में टॉप करने के साथ प्रदेश में 21वां स्थान प्राप्त किया है। सुम्मया के पिता मो. आसिफ टेलर हैं। सुम्मया इंटर की पढ़ाई के बाद नीट की तैयारी करना चाहती हैं। उनकी बड़ी बहन फिजा ने भी जीआईसी मेहूंवाला से इंटर पास किया। उन्होंने भी 81 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। वह अब बीफार्मा करना चाहती हैं।