खटीमा और मसूरी गोलीकांड की बरसी पर नगर के तिकोना पार्क स्थित शहीद स्थल पर राज्य आंदोलन के बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी गई। उक्रांद के केंद्रीय संरक्षक सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि राजनीतिक लोगों ने देवभूमि को बलिदानियों के सपनों का प्रदेश बनाने के बजाय दानव भूमि बना दिया है। जहां न महिलाओं को सुरक्षा मिल सकी है, न ही प्रदेश के निवासियों को उनके अधिकार। उन्होंने कहा कि बलिदानियों की आत्मा आज की परिस्थितियों को देखकर चीत्कार रही होगी। राज्य में महिला सुरक्षा, मूल निवासियों के हक-हकूक, पलायन, बेरोजगारी, शिक्षा का गिरा हुआ स्तर, दम तोड़ती स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर कोई कार्य नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि जनता को प्रदेश को सही दिशा में ले जाने के लिए और आंदोलन करने पड़ेंगे। श्रद्धांजलि देने वालों में उक्रांद के जिलाध्यक्ष गणेश प्रसाद काला, जयकृष्ण सेमवाल, भूपेंद्र बिष्ट, नरेंद कुकरेती, भूपिंदर नेगी, अतुल बेंजवाल, राजेंद्र वशिष्ठ, चंद्रशेखर गौड़, हरीश कुनियाल, जितेंद्र पवार, मनोज कंडवाल, बीना पंवार, अमजद, राम सिंह रावत, सुंदर लाल गैरोला, सुनीता चमोली, शांति देवी, सविता जोशी आदि मौजूद रहे।