रुद्रपुर। मनरेगा में फर्जीवाड़ा रोकने में ऑनलाइन व्यवस्थाएं प्रभावी साबित हो रही हैं। धरातल पर मनरेगा के कार्यों के सत्यापन में ऊधम सिंह नगर प्रदेश में अव्वल स्थान पर है। वहीं रुद्रप्रयाग दूसरे और चमोली तीसरे स्थान पर हैं।
मनरेगा के तहत श्रम और सामग्री मद से होने वाले निर्माण कार्यों की निगरानी और गुणवत्ता के लिए केंद्रीय एरिया ऑफिसर एप से कार्यों का सत्यापन किया जाता है। इसमें धरातल पर जाकर कार्य की स्थिति की फोटो अपलोड करनी होती है। इसके लिए डीपीसी (डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोआर्डिनेटर) और एडीपीसी (एडिशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोआर्डिनेटर) को प्रत्येक जिले में 100-100 कार्यों का लक्ष्य मिला था। इसमें जिले के डीपीसी और एडीपीसी ने निर्धारित लक्ष्य से अधिक एप के माध्यम से सत्यापन किया। डीपीसी ने 116 और एडीपीसी ने 125 कार्यों को सत्यापित किया है। इसके माध्यम से फर्जीवाड़ा रोकने में काफी हद तक मदद मिल जाती है।
प्रदेश के टॉप तीन जिलों की स्थिति
जिला – डीपीसी का लक्ष्य – सत्यापन – एडीपीसी का लक्ष्य – सत्यापन
ऊधमसिंह नगर – 100 – 116 – 100 – 125
रुद्रप्रयाग – 100 – 106 – 100 – 97
चमोली – 100 – 97 – 100 – 106
ब्लाॅकों में भी लक्ष्य से अधिक हुआ सत्यापन
रुद्रपुर। जिला मुख्यालय की तरह ब्लाॅक मुख्यालयों को मिले लक्ष्य से अधिक उन्होंने एप के माध्यम से धरातलीय सत्यापन किया है। इसमें सभी विकासखंडों को 135-135 का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसमें बाजपुर ने 157, गदरपुर ने 142, जसपुर ने 178, काशीपुर ने 187, खटीमा ने 158, रुद्रपुर ने 183 और सितारगंज ने भी 192 एप के माध्यम से सत्यापन किए। मनरेगा के श्रम और सामग्री मद से होने वाले विकास कार्यों की सतत मॉनिटरिंग कराई जाती है। एरिया ऑफिसर एप से भी कार्यों का सत्यापन किया गया है। – मनीष कुमार, सीडीओ।