जसपुर। उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद ने वर्ष 2024 के लिए कराई जाने वाली अरबी-फारसी की परीक्षा की तैयारियां पूरी कर ली हैं। 26 अप्रैल से परीक्षाएं शुरू होंगी। 667 परीक्षार्थियों के लिए नौ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परिषद के चेयरमैन मुफ्ती शमून कासमी के हवाले से उप रजिस्ट्रार मो. ओबेदुल्ला अंसारी ने बताया कि अरबी-फारसी की मुंशी, मौलवी और आलिम की परीक्षाएं 26 अप्रैल से तीन मई तक चलेंगी। सुबह आठ से 11 बजे तक एक ही पाली में परीक्षा का कार्यक्रम तय किया गया है। ऊधमसिंह नगर जिले में पांच, हरिद्वार में दो, देहरादून और नैनीताल जिले में एक-एक परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 27, 28 अप्रैल एवं दो मई को तीन दिन का अवकाश भी रहेगा। परीक्षा में मुंशी के 145, मौलवी के 295 एवं आलिम के 227 परीक्षार्थी शामिल होंगे। संवाद
ये हैं केंद्र
जनपद ऊधमसिंह नगर में मदरसा जामिया अरबिया अहलेसुन्नत बदरूल उलूम जसपुर, मदरसा इस्लामिया मिस्सरवाला जसपुर, मदरसा गरीब नवाज केलाखेड़ा। मदरसा फैजुल मुस्तफा रजा पब्लिक स्कूल रुद्रपुर, मदरसा गौसिया इस्लामनगर खटीमा। साथ ही हरिद्वार में मदरसा अरबिया रहमानिया रूड़की, मदरसा नूर साबरी इंटर कॉलेज नसीरपुर कला एवं देहरादून में मदरसा मौलाना अबुल कलाम आजाद व नैनीताल में मदरसा इशातुल हक किदवई नगर हल्द्वानी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का होगा पालन मुफ्ती शमून
जसपुर। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमून कासमी ने बताया कि राज्य में इस बार फाजिल और कामिल की परीक्षाएं संपन्न नहीं कराईं जा रही हैं। इनकी डिग्रियों को सुप्रीम कोर्ट ने असांविधानिक बताया है। यूजीसी नियमों के अनुसार यूजी और पीजी की डिग्री केवल विश्वविद्यालयों की ओर से जारी की जा सकती हैं। बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए इन पाठ्यक्रमों को बंद करने का फैसला लिया है। अब इन कोर्सों में नए प्रवेश नहीं दिए जाएंगे। जिन्होंने पहले प्रवेश ले लिया है, उनकी फीस वापस किए जाने की प्रक्रिया की जा रही है।