Friday, November 7, 2025
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आनंद विहार में हर दिन उत्तराखंड रोडवेज को 20 लाख रुपये का घाटा

हल्द्वानी। आनंद विहार स्थित आईएसबीटी में उत्तराखंड परिवहन निगम की रोजाना करीब 400 बसें जाती हैं। आईएसबीटी के नए नियमों के अनुसार, अब प्राइवेट बसें भी रोडवेज बसों के बगल में खड़ी होती हैं। इससे रोडवेज की आय पर असर पड़ रहा है।परिवहन निगम के आंकडों के मुताबिक एक रोडवेज बस को रोजाना करीब पांच हजार रुपये का घाटा हो रहा। इस प्रकार 400 बसों से हर रोज उत्तराखंड रोडवेज को 20 लाख रुपये का घाटा हो रहा है। प्रदेश के 11 डिपो से दिल्ली के आनंद विहार के लिए रोडवेज की प्रतिदिन बस सेवा संचालित होती है। बता दें कि आनंद विहार बस टर्मिनल में पहले निजी बसें नहीं खड़ी होती थीं।

पहले ये टर्मिनल के आसपास सड़कों पर रहती थीं मगर कुछ समय से टर्मिनल के अंदर किराये पर बस खड़ी करने की इजाजत मिल गई है। हर रूट की निजी बसें रोडवेज बसों के बगल में ही खड़ी होती हैं। इनके चालक और परिचालक कम समय और कम किराये का लालच देकर सवारियों को आकर्षित करते हैं। इससे रोडवेज बसों को सवारियां कम मिल पाती हैं। हल्द्वानी डिपो के एआरएम ने बताया कि डिपो से करीब 70 बसें आनंद विहार जाती हैं। नए नियम की वजह से डिपो को प्रतिदिन तीन लाख रुपये का घाटा हो रहा है। प्रदेश के 11 डिपो से आनंद विहार के लिए 184 बस सेवाएं चलती हैं। इसमें करीब 400 बसें शामिल हैं।

टर्मिनल के नियम पहले भी घाव बने हैं
एक माह पहले आनंद विहार टर्मिनल पर रोडवेज बस के रुकने का समय 60 मिनट था लेकिन टर्मिनल प्रशासन ने यह समय घटाकर महज 25 मिनट कर दिया है। इससे ज्यादा समय तक रुकने पर जुर्माना देने का नियम बना। इस नियम से रोडवेज की सवारियों पर बहुत असर पड़ा था।

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