21 मई को थाईलैंड की विदेशी कंपनी में कार्य करने के लिए गया था गौतम म्यांमार में फंसा प्रतीतनगर रायवाला के इंदिरा कॉलोनी निवासी विधान गौतम बुधवार को अपने घर सकुशल पहुंच गया है। उनके घर पर उनसे मिलने वालों का तांता लगा हुआ है। विधान थाईलैंड की विदेशी कंपनी में कार्य करने के लिए गया था, जहां उसे बंधक बना लिया गया था।घर पहुंचने के बाद विधान ने बताया कि थाईलैंड पहुंचने के बाद एजेंट के माध्यम से उनको दूसरी कंपनी में शिफ्ट कर दिया गया था। विधान ने दावा किया कि उसे थाईलैंड से एक ट्रैवल एजेंट उन्हें बस के माध्यम से थाईलैंड के एक शहर में ले गया था। जहां उनसे अवैधानिक कार्य कार्य करने को कहा गया।विधान ने कहा कि विरोध करने पर मारपीट की जाती थी। करीब दो महीने तक यहां पर काम करने के बाद उनका भारतीय एंबेसी से संपर्क हुआ। भारतीय एंबेसी से संपर्क करने के बाद उन्हें चार दिन तक शौचालय में बंद करके रखा गया।
दसवें दिन म्यांमार से एक रेस्क्यू ऑफिसर उनके पास पहुंचा। वह छह व्यक्तियों को वहां से निकाल कर ऑफिस में लेकर गए।उन्होंने बताया कि रेस्क्यू करने के बदले उनकी मां ने म्यांमार में एक कंपनी को लगभग 1.70 लाख रुपये का भुगतान उनके बताए गए पते पर किया था। भुगतान करने के बाद भी उन्हें एक महीने तक के लिए म्यांमार जेल में रखा गया। उसके बाद एक दिन उन्हें थाईलैंड जेल में रखा गया और अगले दिन थाईलैंड कोर्ट में फाइन देने के बाद दो दिन तक कैद में रखा गया। इसके अलावा पांच दिन तक बैंकॉक के आईडीसी सेंटर में रखा गया। 26 अगस्त को उन्हें बैंकाक से दिल्ली लाया गया और 27 अगस्त को वह अपने घर पर सकुशल पहुंच गए। परिजनों का कहना है कि यदि भारत और उत्तराखंड सरकार इस मामले में तेज गति से कार्य करती तो गौतम जल्द ही घर वापस लौट सकता था। ग्राम प्रधान सागर गिरी ने कहा कि गौतम विधान सकुशल घर पहुंच गया है। जिस पर ग्रामीणों ने खुशी जताई है।