वीर शहीद केसरीचंद राजकीय महाविद्यालय पछवादून का सबसे बड़ा राजकीय महाविद्यालय है। यहां जौनसार बावर, पछवादून और सीमांत हिमाचल प्रदेश से भी छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। भारी भरकम छात्र संख्या के सापेक्ष यहां पर्याप्त मूलभूत सुविधाएं नहीं है। महाविद्यालय में केवल दो शौचालय हैं। महिला और पुरुष दोनों शौचालयों में दो-दो सीट हैं। प्रयोग की स्थिति छात्र-छात्राओं को बाहर खड़ा रहना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी इमरजेंसी के समय होती है। वीर शहीद केसरीचंद राजकीय महाविद्यालय डाकपत्थर में 2200 छात्र-छात्राओं पर मात्र चार सीट के दो शौचालय हैं। एक पुराना शौचालय भी है, लेकिन वह जर्जर होने के कारण काफी समय से बंद पड़ा है। शौचालयों की कमी के चलते छात्र-छात्राओं को परेशानी उठानी पड़ती है।
छात्रसंघ लंबे समय से शौचालयों के निर्माण की मांग कर रहा है। छात्रसंघ उपाध्यक्ष माही वर्मा ने कहा कि महाविद्यालय में छात्राओं के लिए केवल दो सीट का एक शौचालय है। इमरजेंसी में बड़ी परेशानी होती है। छात्र-छात्राओं की संख्या को देखते हुए महाविद्यालय में कम से कम 10-10 सीटर महिला और पुरुष शौचालय होने चाहिए। छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष बिष्ट ने कहा कि महाविद्यालय में शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा का अभाव है। महाविद्यालय में 10-10 सीटर पुरुष और महिला शौचालयों होने चाहिए। छात्रसंघ इसके निर्माण की मांग कर रहा है। अगर पर्याप्त शौचालय न बने तो छात्रसंघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा। प्राचार्य प्रो. जीआर सेमवाल ने कहा कि बंद पड़े शौचालय की मरम्मत के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया है। शीघ्र ही समस्या का निवारण हो जाएगा