उत्तरकाशी। पुरोला के गैंडा गांव में पेयजल और सिंचाई के स्रोत से दूसरे गांव की पेयजल लाइन जोड़ने की प्रस्तावित योजना से ग्रामीणों ने विरोध व्यक्त किया है। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान के माध्यम से जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इस समस्या के समाधान की गुहार लगाई है। पत्र में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल निगम ने सौंदाड़ी गांव के लिए प्रस्तावित जल योजना में गड़बड़ी की जा रही है। इससे गैंडा गांव के पेयजल स्रोत को नुकसान हो रहा है. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि गैंडा गांव में 75 परिवार निवास करते हैं और उनकी 27 हेक्टेयर से अधिक भूमि सिंचाई के लिए उपलब्ध है। ग्रामीणों का कहना है कि मिथकुराला नामे तोक से संचालित पेयजल योजना पर निर्भर हैं, जिससे उनकी पेयजल और सिंचाई की जरूरतें पूरी होती हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल निगम सौंदाड़ी गांव के लिए प्रस्तावित जल योजना के तहत मिथकुराला नामे तोक से पाइपलाइन बिछाई जा रही है।
जो गैंडा गांव के पेयजल स्रोत को प्रभावित करेगी. ग्रामीणों ने जल निगम पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा है कि सौंदाड़ी गांव में पहले से ही तीन जल स्रोत उपलब्ध हैं। लेकिन जल निगम गैंडा गांव के पेयजल स्रोत को नुकसान पहुंचाकर सौंदाड़ी गांव के लिए नई पाइपलाइन बिछाने की योजना बना रहा है. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि सौंदाड़ी गांव के लोग पहले भी गैंडा गांव के पेयजल स्रोत का उल्लंघन कर चुके हैं। जिसका समझौता पत्र भी उपलब्ध है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जल निगम द्वारा मिथकुराला नामे तोक से प्रस्तावित जल योजना को रोका जाए और पूर्व समझौते का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए.ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि वे अपने पेयजल स्रोत की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. पत्र में चंद्रमोहन, आशीष चमोली,जटाशंकर, कन्हैया लाल जगूड़ी, प्रताप रावत, वामदेव चमोली, मधुसूदन चमोली, पीताम्बर दत्त जगूड़ी, गोपाल प्रसाद, केशवा नंद, श्रीलाल, जगत, बिजेंद्र, मनोज आदि ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं. उप जिलाधिकारी पुरोला गोपाल सिंह चौहान ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जल निगम के अधिकारियों से इस मामले को लेकर निर्देशित किया है।