सड़क चौड़ीकरण के नाम पर बुधवार को रामपुर रोड पर दो पेड़ों पर आरी चला दी गई लेकिन बढ़ते हादसे रोकने के लिए स्ट्रीट लाइट की जरूरत पर जिम्मेदारों के पास ठोस जवाब नहीं है। आलम यह है कि रामपुर रोड का चार किलोमीटर का हिस्सा शाम होते ही अंधेरे में डूब जाता है और इस सड़क पर हादसे का भय बना रहता है।रामपुर रोड पर सुशीला तिवारी अस्पताल से लेकर पंचायत घर तक लगभग चार किलोमीटर के दायरे में कहीं भी स्ट्रीट लाइट नहीं लगी हैं। इस कारण सड़क पर हादसे बढ़ रहे हैं। वर्तमान में इस रोड पर डिवाइडर बनाने और रंग-रोगन का काम किया जा रहा है। डिवाइडरों पर जो रंग (सफेद व काला) किया जा रहा है, वह भी रात में वाहन चालकों को नजर नहीं आता है। अंधेरा और सर्दियों में घना कोहरा चालकों की मुश्किलें और बढ़ा रहा है।
वार्ड 56 निवासी गौरव जोशी, धीरज नेगी, अंकित नेगी, नवीन जोशी का कहना है कि हादसों पर लगाम के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल से पंचायत घर तक स्ट्रीट लाइटें लगनी चाहिए। स्ट्रीट लाइटें लगवाने के बजाय सड़क चौड़ीकरण के नाम पर हरे पेड़ों पर आरी चलाई जा रही है। लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइट आम जनता की जरूरत है, लेकिन प्रशासन, नगर निगम और जिला पंचायत इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है। स्ट्रीट लाइटें लगवाना तो दूर प्रशासन यह भी तय नहीं कर सका है कि इस सड़क पर नगर निगम स्ट्रीट लाइटें लगवाएगा या फिर जिला पंचायत।कत्था फैक्टरी के पास बरगद और पीपल के दो पेड़ हाईवे पर बाधक बन रहे थे। इसके कारण यह क्षेत्र दुर्घटना जोन बन गया था। पहले इन पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं मिली थी, लेकिन जब इस क्षेत्र में दुर्घटनाएं हुई तो जिला प्रशासन और वन विभाग ने दोनों पेड़ों को काटने के आदेश किए। इसी क्रम में बुधवार को दोनों पेड़ों को काटा गया है। – तारा राम आर्या, सहायक लांगिंग अधिकारी पश्चिमी वन निगम हल्द्वानी
रामपुर रोड पर कत्था फैक्टरी के पास लगातार हादसे हो रहे थे। सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए दोनों पेड़ों का कटान जरूरी था। वन विभाग की विधिवत अनुमति के बाद इन्हें कटवाया गया है। – एपी बाजपेयी, सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी
नगर निगम की नई बोर्ड के गठन के बाद जब भी पहली बोर्ड बैठक होगी, उसमें रामपुर रोड पर स्ट्रीट लाइट लगवाने के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा। अब तक इस रोड पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए जगह नहीं थी। अब डिवाइडर बन गए हैं, लिहाजा स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाएंगी। – ऋचा सिंह, नगर आयुक्त नगर निगम हल्द्वानी