रुद्रपुर। किच्छा क्षेत्र की रहने वाली 72 साल की महिला पेट में दर्द की शिकायत लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज आई थीं। महिला के पेट में सूजन के साथ दर्द हो रहा था और सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। उनकी छाती की पसलियां भी बाहर निकलने लगी थीं। उनकी जांच कराई तो ओवेरियन (अंडाशय) ट्यूमर की पुष्टि हुई। इसके बाद उनका ऑपरेशन करने का फैसला किया गया। एक महिला पिछले कई साल से ट्यूमर से पीड़ित थीं। कई अस्पतालों में इलाज के बाद भी फायदा न होने पर मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने पहुंचीं।
यहां वरिष्ठ सर्जन डॉ. केदार सिंह शाही ने टीम के साथ सफल ऑपरेशन कर महिला के पेट से 16 किलो का ट्यूमर निकाला। ट्यूमर निकलने से महिला का वजन 34 किलो से 18 रह गया। ऑपरेशन के बाद महिला स्वस्थ है।ऑपरेशन से पहले महिला का वजन 34 किलो था, जो शुक्रवार को 16 किलो का ट्यूमर निकालने के बाद 18 किलो रह गया। ऑपरेशन के बाद महिला की हालत में सुधार है। हालांकि पूरी तरह से स्वस्थ नहीं होने की वजह से उन्हें अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है।
डेढ़ घंटे तक चला जटिल ऑपरेशन
रुद्रपुर। दर्द से बेचैन बुजुर्ग महिला का ऑपरेशन काफी जटिल था। लगभग डेढ़ घंटे तक वरिष्ठ सर्जन डॉ. शाही ने अपनी टीम के सदस्य सर्जन डॉ. विवेक राजदेव, डॉ. गगन मिश्रा, एनेस्थेटिस्ट डॉ. यदुराज भट्ट, डॉ. नागेंद्र चौधरी, नर्सिंग अधिकारी चंदन कैरोला, रविंद्र शर्मा आदि के साथ मिलकर ऑपरेशन किया। उन्होंने बताया कि महिला काफी हाईरिस्क मरीज थीं और आसपास के चिकित्सकों ने ऑपरेशन से इन्कार कर दिया था।
पहले भी निकाल चुके हैं 14 किलो का ट्यूमर
रुद्रपुर। मेडिकल कॉलेज में बुजुर्ग महिला के अत्यधिक वजन के ट्यूमर का पहले भी ऑपरेशन हो चुका है। अभी तक अस्पताल में सबसे अधिक वजन 14 किलोग्राम का ट्यूमर निकला था। शहर की ही एक 73 वर्षीय बुजुर्ग महिला अस्पताल आई थीं, जिसके पेट में दर्द था और पेट फूल रहा था। इस बार इससे भी बड़ा 16 किलो का ट्यूमर निकला। ट्यूमर के सफल ऑपरेशन से वरिष्ठ सर्जन व उनकी टीम गदगद दिखी।
जल गया था हाथ, टेढ़ा होने पर कराया ऑपरेशन
रुद्रपुर। 12 साल की आयु में जला हाथ पोस्ट बर्न कांट्रैक्चर रोग की वजह से टेढ़ा हो गया। मेडिकल कॉलेज में सफल ऑपरेशन के बाद हाथ को सीधा कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ सर्जन डॉ. केदार सिंह शाही ने बताया कि एक महिला जलने के घाव की वजह से टेढ़ा हाथ लेकर अस्पताल पहुंची। जांच करने पर हाथ में पोस्ट बर्न कांट्रैक्चर रोग से ग्रसित मिला। इस पर उसे अस्पताल में भर्ती कर सर्जरी की गई। सर्जरी के सफल ऑपरेशन के बाद उनका टेढ़ा हाथ सीधा हो गया। महिला 12 साल की उम्र में जल गई थी। जिसके बाद अब आकर जला हाथ टेढ़ा हो गया था। ऑपरेशन के बाद महिला अब स्वस्थ है।
मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर के वरिष्ठ सर्जन एवं प्राचार्य डॉ. केदार सिंह शाही ने बताया कि ओवेरियन ट्यूमर महिलाओं में होने वाली एक खतरनाक बीमारी है। ये बीमारी शरीर में तब विकसित होती है जब ओवरी और फैलोपियन ट्यूब के आसपास असामान्य कोशिकाएं यानी सेल्स बढ़ने लगते हैं और धीरे-धीरे फैलने लगते हैं। महिला के पेट से निकले ट्यूमर के नमूने को जांच के लिए भेजा जा रहा है। पेट में दर्द, सूजन होने, पेट फूलने, गांठ होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।